
दिल्ली से छपे अख़बारों में भारत प्रशासित कश्मीर में प्रदर्शन, कश्मीरी पंडितों के पलायन, संसद सत्र के दौरान जीएसटी पर बातचीत और सुनंदा पुष्कर हत्या मामले में पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से पूछताछ की चर्चा है.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार सरकार ने संसद में कहा कि वो कश्मीरियों से बात करेगी. अख़बार ने पुलिस फ़ायरिंग में वहां दो और लोगों के मरने की ख़बर दी है और वहां मरने वालों की संख्या 42 बताई है.
राज्य में मीडिया पर लगी पाबंदियों पर अख़बार से बातचीत में जम्मू और कश्मीर के शिक्षा मंत्री नईम अख़्तर ने कहा कि अख़बारों के प्रबंधन को बताया गया है कि वो छापना शुरू कर सकते हैं और ऐसा करने पर कोई पाबंदी नहीं है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार घाटी में जारी प्रदर्शनों के कारण कई कश्मीरी पंडित जम्मू की ओर पलायन कर रहे हैं. उनमें से एक सुषमा के हवाले से अख़बार लिखता है कि घाटी में पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है और ‘उन पर पेट्रोल बम फेंके गए जिससे उनका दो साल का बेटा घायल हो गया.’
कश्मीर में आईएएस अफ़सर शाह फ़ैसल ने अख़बार इंडियन एक्सप्रेस में एक कॉलम में लिखा है.
शाह फ़ैसल ने लिखा है- "पिछले कुछ सालों से राष्ट्रीय मीडिया का एक हिस्सा कश्मीर में ‘आइडिया ऑफ़ इंडिया’ को अपनी बिज़नेस स्ट्रैटेजी के तहत ग़लत तरह से पेश करता रहा है और देश के बाक़ी हिस्सों को कश्मीर के बारे में झूठ बता रहा है….कश्मीर पर प्रसारित लगभग सभी कार्यक्रमों में लोगों को भड़काने की कोशिश की जाती है, कवरेज भी सोच समझकर गिने-चुने विषयों की होती है और शायद मंशा ये रहती है कि राज्य सरकार की समस्याओं को कैसे बढ़ाया जाए.”

‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने पहले पन्ने पर खबर दी है किजीएसटी बिल पर केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच तालमेल बढ़ने से इस बिल को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं.
दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताया है कि ऐसे कई सौ लोग हैं जो पुलिस हेल्पलाइन 100 नंबर पर कॉल करते हैं लेकिन उनकी कॉल को कोई रिसीव नहीं करता. पुलिस का कहना है कि इसका कारण कॉल करने वाले लोगों की भारी संख्या है क्योंकि उसे हर दिन करीब 24000 फ़ोन आते हैं.

‘द हिंदू’ अख़बार ने खबर दी है कि है सुनंदा पुष्कर हत्या मामले में पाकिस्तानी पत्रकारमेहर तरार से पूछताछ कई गई है. अख़बार के मुताबिक दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब मेहर तरार मार्च में दिल्ली आईं थीं तो उन्होंने पुलिस तक संदेश भेजा था कि वो किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं. इसके बाद सवाल जवाब का सिलसिला चला हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि मेहर तरार से क्या सवाल पूछे गए.
अगर हवाई यात्रा करने वालों को ओवरबुकिंग की वजह से सीट नहीं मिलती या फिर एअरलाइन कैंसेलेशन के बारे में यात्री को नहीं बताया जाता है तो उस पर डीजीसीए 20 हज़ार रूपए तक का जुर्माना लगाकर सकती है. ये ख़बर छपी है ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में.

‘द टेलीग्राफ़’ के मुताबिक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने माना है कि एक जुलाई को ढाका में हुए चरमपंथी हमले से देश की छवि को नुकसान पहुंचा है. इस हमले में 22 लोग मारे गए थे जिनमें ज़्यादातर विदेशी थे. शेख़ हसीना ने ये बात हमले के बाद पहली प्रेसवार्ता में कही.
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