
अमरीका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी में सबसे आगे चल रहे डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमरीका में अपराध और आतंक को रोकने के लिए मुसलमान नागरिकों की प्रोफ़ाइलिंग होनी चाहिए और इसको शुरू करने की दिशा में गंभीरतापूर्वक सोचना चाहिए.
प्रोफ़ाइलिंग का मतलब होता है नस्ल, जाति और धर्म के आधार पर इस नतीजे पर पहुंचना कि फ़लां शख़्स समाज के लिए ख़तरा हो सकता है या नहीं.
‘रूस ने ट्रंप का कंप्यूटर हैक किया’ के आलोचकों ने उनके इस बयान की निंदा की है और कहा है कि इससे मुस्लिम समुदाय में नफ़रत की भावना बढ़ेगी.

समाचार चैनल सीबीएस से बातचीत के दौरान डॉनल्ड ट्रंप ने ये बात कही.
बिना मुसलमान वाला ‘… अमरीका हम नहीं चाहते’हाल ही में ऑरलैंडो में एक गे क्लब में हुए हमले का ज़िक्र करते हुए जब डॉनल्ड ट्रंप से पूछा गया कि क्या वो अमरीका में मुस्लिम नागरिकों की प्रोफ़ाइलिंग के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं तब ट्रंप ने कहा कि ये जल्द से जल्द शुरू होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि पूरे देश को प्रोफ़ाइलिंग के बारे में सोचना शुरू करना होगा. इसराइल और दूसरे देशों को देखिए. वो सफलतापूर्वक इस चीज़ को कर रहे हैं. वैसे प्रोफ़ाइलिंग का मैं प्रशंसक नहीं हूं लेकिन तर्कपूर्वक सोचें तो हमें इसकी ज़रूरत है. ये इतनी ख़राब चीज़ भी नहीं है."

न्यूयॉर्क में जन्में मुस्लिम नागरिक उमर मतीन ने 11 जून को ओरलैंडों के एक समलैंगिक क्लब में गोलीबारी की थी जिसमें 49 लोगों की जानें गई थीं.
उसके बाद डॉनल्ड ट्रंप मुस्लिम समुदाय पर लगातार हमले कर रहे हैं. तब ट्रंप ने ऐसे सभी देशों के नागरिकों के अमरीका में आने पर रोक लगाने की मांग की थी जिनके नागरिक कभी ना कभी अमरीका में या उसके ख़िलाफ़ चरमपंथी गतिविधियों में शामिल रहे हैं.
इससे पहले ट्रंप अमरीका में मुस्लिमों का प्रवेश रोको: ट्रंप लगाने की बात भी कर चुके हैं.
ट्रंप के विरोधियों के मुताबिक़ इससे अमरीका में मुस्लिम समुदाय और ज़्यादा अलग-थलग पड़ जाएगा जो अमरीकी लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.
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