
तुर्की के राष्ट्रपति रचेप तैय्यप एर्दोआन ने कहा है कि मुस्लिम गर्भ निरोधक का इस्तेमाल बंद कर और ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे पैदा करें.
तुर्की के सरकारी टेलीविजन पर उन्होंने कहा कि मुस्लिम परिवारों को परिवार नियोजन और गर्भनिरोधक तरीक़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
तुर्क राष्ट्रपति ने कहा, "हम अपनी आने वाली पीढ़ी की संख्या को दोगुना करेंगे."
उन्होंने महिलाओं से कहा है कि वे कम से कम तीन बच्चे पैदा करें.
उनका यह भी कहा कि महिलाओं को पुरुष के बराबर नहीं माना जा सकता है.

एर्दोआन 12 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहने के बाद, अगस्त 2014 में तुर्की के राष्ट्रपति बने हैं.
उनकी एके पार्टी कट्टरपंथी इस्लाम को मानती है और उनके ज़्यादातर समर्थक भी रूढ़िवादी हैं.
सोमवार को इस्तांबुल में भाषण के दौरान ज़िम्मेदार महिलाओं, ख़ासकर पढ़ी लिखी औरतों, जो आगे चलकर बच्चों को जन्म देंगीं, उन्होंने उनसे कहा कि वो गर्भ निरोधकों का इस्तेमाल न करें और तुर्की की आबादी को बढ़ाना निश्चित करें.
राष्ट्रपति एर्दोआन के अपने चार बच्चे हैं. इस पहले भी साल 2014 में एक शादी समारोह के दौरान उन्होंने गर्भ निरोधकों का विरोध किया था और इसे एक छलावा क़रार दिया था.

आंकड़े मुहैया कराने वाली तुर्क संस्था के मुताबिक़ साल 2015 में तुर्की में जन्म दर 2.14 बच्चे प्रति औरत थी.
हालाँकि यह अपेक्षित दर से कुछ ज़्यादा ही है, लेकिन बच्चे पैदा करने की यह दर 1980 के मुक़ाबले आधा है.
इस गिरावट के बावज़ूद तुर्की में जन्म दर यूरोपीय देशों में सबसे अधिक है और वहाँ यूरोप के बाक़ी देशों के मुक़ाबले युवाओं की संख्या भी बढ़ रही है.
तुर्की की कुल आबादी क़रीब 8 करोड़ है.
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि तुर्की में ‘बेहतर’ परिवार नियोजन नाम की कोई चीज़ नहीं हैं. संस्था के अनुसार तुर्की में हर पाँच में से एक महिला गर्भावस्था रोकने के लिए अबॉर्शन का सहारा लेती है.
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