नयी दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में कथित बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल ने बुधवार को कहा कि वह वीवीआइपी हेलीकाप्टरों की खरीद के सिलसिले में सोनिया गांधी या तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कभी नहीं मिले. मिशेल से जब पूछा गया कि क्या वह कभी सोनिया, सिंह या रक्षा मंत्री एके एंटनी से सौदे के लिए मिले थे, उन्होंने जवाब दिया, नहीं, कभी नहीं. उन्होंने अबु धाबी में ‘टीवी टुडे’ समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा कि मैं इनमें से किसी से भी कभी नहीं मिला.
मिशेल ने इस घोटाले से अपना नाम हटाने का प्रयास करते हुए दावा किया कि मैं संभवत: दिल्ली स्थित जिमखाना क्लब में वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी से हाथ मिलाया था, लेकिन इतालवी कारोबारी गुइदो हाश्के और एक अन्य बिचौलिये से उनके संबंध के कारण उनसे दूरी बना ली. मिशेल ने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सौदे के बारे में झूठ नहीं बोला, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें गुमराह किया गया. उन्होंने कैग रिपोर्ट में जो दिया गया है, उसे (दस्तावेजों) प्रमाणित किया हैं. कैग रिपोर्ट बहुत जल्दबाजी में तैयार की गयी, क्योंकि सौदा हमेशा बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया. वे (कैग) उड्डयन विशेषज्ञ नहीं हैं और वे नौकरशाह हैं, जिनसे उनकी विशेषज्ञता से बाहर जाकर दस्तावेज एकत्रित करने के लिए कहा गया. इसलिए वह उनके अपने दस्तावेजों से गुमराह हुए.
दुबई लायेंगे अपने ड्राइवर को
मिशेल ने कहा कि वह अपने चालक नारायण बहादुर को दुबई लाना चाहेंगे, जो जांच एजेंसियों के अनुसार हाल के समय तक उनके संपर्क में था. वह (बहादुर) मेरा चालक है. मैं उसे जानता हूं. वह मेरा प्रिय मित्र है. मुझे आशा है और मेरा पूरा इरादा उसे जीवनभर साथ रखने का है. वह कई वर्षों से मेरे साथ रहा है. मैं उसे दुबई लाऊंगा और उसकी देखभाल करूंगा.