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बनना चाहती थी नर्स, आज डॉक्टर बन कर मरीजों की कर रही है सेवा
महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रही है पॉलिना रांची : रांची की पॉलिना कुजूर मूलत: सिमडेगा की रहनेवाली है़ वह नर्स बनने का सपना देखा करती थी़ लेकिन गरीबी और आर्थिक हालत उसके सपनों के आड़े आता रहा. कभी वह नर्स बनना चाहती थी, पर आज डॉक्टर बन कर मरीजों की सेवा कर […]
महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रही है पॉलिना
रांची : रांची की पॉलिना कुजूर मूलत: सिमडेगा की रहनेवाली है़ वह नर्स बनने का सपना देखा करती थी़ लेकिन गरीबी और आर्थिक हालत उसके सपनों के आड़े आता रहा. कभी वह नर्स बनना चाहती थी, पर आज डॉक्टर बन कर मरीजों की सेवा कर रही है़ यही नहीं महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने का काम भी कर रही है़
पॉलीना के माता-पिता जड़ी-बूटियों से बीमारियों ठीक कर लेते थे़ उनकी यही बात पॉलीना को नर्स बनने के लिए और मरीजों की सेवा के लिए प्रेरित करता रहा़ जिंदगी की चुनौतियों को पार करते हुए आखिरकार पॉलिना ने 2014 में होड़ोपैथी के जानकार डाॅ पीपी एवं एलएस हेमरम से मधुपुर में होड़ोपैथी की ट्रेनिंग ली़
पॉलिना खुद आदिवासी समुदाय से है, तो उन्हें आदिवासी संस्कृति की पद्धति होड़ोपैथी के बारे में पहले से ही अच्छी जानकारी थी़ पर उन्हें यह नहीं पता था कि गरीबी के कारण जो वो नहीं कर पायी़, आज उससे भी बेहतर और बड़ी पहचान बन जायेगी़ पॉलिना के अंदर अपने सपनों को पूरा करने का जज्बा और ललक थी़ आज पॉलिना दूर-दूर तक डॉक्टर दीदी के नाम से जानी जाती है़ अपनी होड़ोपैथी चिकित्सीय पद्धति और अपने तजुर्बे से वह मुश्किल बीमारियों को भी चुटकियों में ठीक कर देती है.
स्त्री रोग पर कर रही है काम
पॉलिना महिलाओं में आमतौर पर कभी खत्म न होनेवाली बीमारियों को ठीक करने पर काम कर रही हैं. खून की कमी, माहवारी से जुड़ी बीमारियों व खास कर प्रसूति महिलाओं के इलाज में अपना योगदान दे रही हैं.
महिलाओं व युवतियों को दे रही हैं ट्रेनिंग
पॉलिना बताती हैं कि होड़ो मुंडारी शब्द है़ इसका अर्थ है मानव. वहीं पैथी ग्रीक भाषा से आया है़ इसका अर्थ है एहसास़ अर्थात होड़ोपैथी का अर्थ है मानव एहसास़ पॉलिना कहती हैं कि इस आदिवासी पद्धति को जिंदा रखने के लिए ही इस पेशे में आयी है़ पॉलिना ट्राइबल रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर से जुड़ कर गांव-गांव की महिलाओं और युवतियों को होड़ोपैथी की ट्रेनिंग दे रही है़
जंगलों में घूम कर करती हैं जड़ी-बूटियों की खोज
पॉलिना झारखंड के विभिन्न जंगलों का दौरा कर दुर्लभ जड़ी-बूटियों की खोज करने के बाद उससे दवा बनाकर मरीजों को ठीक करती है़ उनसे यह पूछने पर कि आप को जंगल में सांप-बिच्छुओं और जानवरों से डर नहीं लगता़ उन्हेांने कहा कि वह सांप- बिच्छुओं के काटने का इलाज अपने साथ लेकर चलती है़
सपनों को पूरा करने के लिए पैसों की नहीं, जज्बे की जरूरत है
मेरा सपना था कि नर्स बन कर मरीजों की सेवा करूं. लेकिन, पैसों के अभाव में ऐसा नहीं कर सकी़ वैसे सपनों को पूरा करने के लिए पैसों की नहीं, जब्बे की जरूरत होती है़ एक समय था, जब मैं नर्स बनना चाहती थी पर आज मेरी सेवा भावना ने मुझे डॉक्टर बना दिया़ लोगों की सेवा करने में बहुत आनंद मिलता है़ जब कोई मरीज ठीक होता है, तो बहुत खुशी मिलती है़ बिना जोखिम के सफलता नहीं मिलती़
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