बुढ़ापा अपने साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर भी आता है. हम अपनी पूर्व की लाइफ स्टाइल से बाहर न निकलने की मानसिकता से बुढ़ापे में आनेवाली समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं, जो खतरनाक हो सकती है. हम ऐसे ही खास लक्षणों को बता रहे हैं, जो बुढ़ापे की निशानी हो सकती हैं.
क्रोधी स्वभाव : कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं और विभिन्न प्रकार के दर्द के कारण बुजुर्गो का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है. अत: यह युवाओं का दायित्व है कि अपने पैरेंट्स का नियमित मेडिकल चेक अप कराएं और डॉक्टरी सलाह को फॉलो करवाएं. चिड़चिड़ापन कुछ अन्य कारणों से भी हो सकता है, जैसे- अकेलापन, बेकार होने की भावना, घर में हो रहे विवाद या उनको इग्नोर करना. अत: उनके लिए समय निकालें और उनकी अहमियत का उन्हें एहसास कराएं.
मेमोरी लॉस : बुजुर्गो के साथ यह समस्या आती है जब वे अक्सर नियमित रूप से मिलनेवाले के नाम भूल जाते हैं. वैसे भूलना काफी कॉमन है, यह कोई बीमारी नहीं क्योंकि हम उन्हीं बातों को याद रखते हैं जिसका जीवन में महत्व हो. लेकिन बोलते समय जब वे शब्द और वाक्य भी भूलने लगें तो यह डिमेंशिया के लक्षण हो सकते हैं.
देखभाल का अभाव : यदि बुजुर्गो को ब्रश करने, नहाने, कपड़े ढंग से पहनने में इंटरेस्ट घटने लगता है तो यह भी बुढ़ापे का एक संकेत है. इसके अलावा यदि वे बार-बार घर का, किचन और बाथरूम का निरीक्षण करें तो यह उनके कांफिडेंस लेवल में आये कमी को दिखाता है. ऐसे समय में उन्हें दूसरों की सहायता की आवश्यकता होती है.
लेस सेंसिटिव होना : बुजुर्गों को खाने में अधिक नमक का पता नहीं चलना एवं किसी को दुखी देखकर तकलीफ का एहसास भी नहीं होना एक गंभीर समस्या बन सकती है. हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ कुछ हद तक लेस सेंसिटिव होना सामान्य है, बशर्ते कि वह उनके दैनिक कार्यो को बाधित न करें. स्पर्श में सेंसिटिविटी का कम होना बड़ी समस्या है, क्योंकि इससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. जैसे-अधिक गर्म पानी का एहसास नहीं होना.
भूख में कमी : कहा जाता है कि 55 के बाद लोगों में बचपन की आदतें आ जाती हैं. जैसे बच्चे खाने में बहाना करते हैं, वैसे बुजुर्ग भी खाने में मीन-मेख निकालते हैं. यह समस्या दांतों के कमजोर होने या दांत नहीं होने से भी हो सकती है. अकेलापन और डिप्रेशन भी इसका कारण हो सकता है. उन्हें समय से पौष्टिक और सुपाच्य भोजन कराएं.
चलने में परेशानी : हड्डियों के कमजोर होने के कारण अक्सर बुजुर्गों में गिरने की समस्या आती है. गिरने से गंभीर चोट लग सकती हैं. ऐसी अवस्था में फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह जरूर लें.
प्रस्तुति : अजय कुमार