
ब्रिटेन के इंडिपेंडेंट अख़बार के मुताबिक ट्विटर ने कंपनी के सीईओ को चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट से एक कथित वीडियो में मिली धमकी को ‘रोज़मर्रा की ज़िंदगी’ का हिस्सा बताया है.
समाचार एजेंसियों के अनुसार आईएस के एक कथित वीडियो में सोशल मीडिया फ़ेसबुक के प्रमुख मार्क ज़करबर्ग और ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोर्सी को धमकी दी है कि अगर आईएस समर्थक अकाउंट्स को ऐसे ही निशाना बनाया जाता रहा तो उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने होंगे.
फ़ेसबुक ने अभी इस वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार वेब पत्रिका एनगैजेट ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस वीडियो को आईएस की कथित साइबर सेना ‘सन्स ख़लीफ़ा आर्मी’ ने ऑनलाइन पोस्ट किया था. वीडियो में ज़करबर्ग और डोर्सी की गोलियों से छलनी तस्वीरें हैं.
समाचार पीटीआई के अनुसार वीडियो में संदेश लिखा है, "आप रोज घोषणाएं करते हैं कि आपने हमारे बहुत से अकाउंट्स सस्पेंड कर दिए हैं और आपके लिए हम कहते हैं: आप इतना ही कर सकते हैं? आप हमारी लीग में नहीं हैं."

वीडियो में यह भी दावा किया गया है कि आईएस के हैकिंग ग्रुप के पास अब भी 10 हज़ार फेसबुक अकाउंट, 150 फ़ेसबुक ग्रुप और 5000 ट्विटर अकाउंट हैं.
सोशल साइट्स पर चरमपंथ को बढ़ावा देने वाले ट्वीट्स पर लगाम लगाने के प्रयासों के तहत ट्विटर ने हाल ही में घोषणा की थी कि उसने प्रमुख रूप से आईएस से जुड़े धमकी देने और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले करीब सवा लाख अकाउंट्स सस्पेंड कर दिए हैं.
ट्विटर ने कहा था, "हम आतंकवाद को बढ़ावा देने केलिए ट्विटर के इस्तेमाल की निंदा करते हैं और ट्विटर के नियमों में ये स्पष्ट है कि इस तरह का व्यवहार, या कोई हिंसक धमकी की हमारी साइट पर इजाज़त नहीं है."
इससे पहले फ़ेसबुक ने कहा था कि "फ़ेसबुक पर आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है."
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