
पठानकोट में हमले में मारे गए तीन सुरक्षाकर्मियों में जाने-माने निशानेबाज़ सूबेदार फ़तेह सिंह भी शामिल हैं.
पंजाब के गुरदासपुर ज़िले के झंडा गजरन गांव के फ़तेह सिंह बिग बोर शूटर थे.
उन्होंने 1995 में नई दिल्ली में हुई पहली राष्ट्रमंडल निशानेबाज़ी चैंपियनशिप में 300 मीटर बिग बोर स्पर्धा में टीम स्वर्ण और व्यक्तिगत रजत जीता था.
51 साल के फ़तेह सिंह 2009 में डोगरा रेजिमेंट से सूबेदार मेज़र (ऑनरेरी कैप्टन) पद से रिटायर हुए.

रिटायर होने के बाद वह सूबेदार के तौर पर डिफ़ेंस सुरक्षा कोर (डीएससी) में शामिल हुए थे.
डीएससी सेना की एक विशेष यूनिट है, जो रक्षा प्रतिष्ठानों को सुरक्षा देती है.
फ़तेह सिंह को डीएससी में पहली तैनाती आर्मी वॉर कॉलेज महू में मिली और दो साल पहले वह पठानकोट आए थे.
नेशनल राइफ़ल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने उनकी मौत पर शोक जताते हुए कहा कि देश ने एक शार्प शूटर खो दिया है.
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