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दुनिया का सबसे हल्का मेटल!
क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे हल्का मेटल कैसे बनाया गया है? इसे मुख्य रूप से हवा से बनाया गया है. ‘लाइव साइंस’ के मुताबिक, कैलिफोर्निया के एचआरएल लैबोरेटरीज में वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किये गये इस मेटल को ‘माइक्रोलेटिस’ के नाम से जाना जाता है. यह लैबोरेटरी बोइंग और जनरल मोटर्स के अधीन […]
क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे हल्का मेटल कैसे बनाया गया है? इसे मुख्य रूप से हवा से बनाया गया है. ‘लाइव साइंस’ के मुताबिक, कैलिफोर्निया के एचआरएल लैबोरेटरीज में वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किये गये इस मेटल को ‘माइक्रोलेटिस’ के नाम से जाना जाता है.
यह लैबोरेटरी बोइंग और जनरल मोटर्स के अधीन है. यह नया माइक्रोलेटिस छोटी होलो ट्यूब्स (खोखली पाइप) के नेटवर्क से बनाया गया है. दरअसल, ईंधन बचाने के लिए एयरोस्पेस और आॅटोमोटिव कंपनियां पिछले काफी समय से इस प्रकार के हलके मेटल को विकसित करने में जुटी हैं. इस मेटल को बोइंग ने हाल ही में प्रदर्शित किया है.
एचआरएल लैबोरेटरीज में केमिस्ट सोफिया यांग का कहना है,‘लोग सोचते होंगे कि यह मेटल एक लाइट पार्ट है, इसलिए उनका मानना होगा कि हमने नया एलॉय (मिश्र धातु) बनाया है. लेकिन वास्तव में इसे निकेल-फासफोरस की मदद से बनाया गया है, जो एक मेटल है. इस मेटल को विकसित करने का आइडिया फ्रांस स्थित एफिल टावर को सपोर्ट करनेवाले सिद्धांत से लिया गया है.
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