कटिहार: शहर के हृदयगंज स्थित आइटीआइ मैदान में रविवार को एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने नीतीश कुमार व लालू यादव पर जमकर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार व लालू यादव आरक्षण के मुद्दे पर बिहार की जनता को गुमराह कर रहे हैं.
संसद में आरक्षण संबंधी नीतीश कुमार द्वारा दिये गये भाषण जब सामने आया है, तो उसके भीतर बौखलाहट आ गयी है. लालू व नीतीश परेशान हैं और दिल्ली की दरबार (सोनिया गांधी) में जवाब-तलब हो रहा है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जिनके लिए संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की है, उसे समाप्त करना किसी भी राजनीतिक पार्टी की ताकत नहीं है. पीएम ने नीतीश-लालू पर आरक्षण को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि महागंठबंधन के ये नेता दलित-महादलित व जनजाति समुदाय के आरक्षण में कटौती कर सांप्रदायिकता के आधार पर आरक्षण देने की हिमायती रहे हैं. उन्होंने कहा कि 23 व 24 जुलाई 2005 में लालू-नीतीश एक-दूसरे को देखना नहीं चाहते थे. सामने आने पर वे लोग मुंह फेर लेते थे, लेकिन स्थिति को लालू-नीतीश तमाम आपसी विरोध के बाद भी एक मंच पर आये और मौजूदा आरक्षण व्यवस्था.
पर पुनर्विचार करने की बात कही. लालू-नीतीश चाहते हैं कि दलित-महादलित व आदिवासी को दिये गये आरक्षण से कटौती कर संप्रदाय के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था हो. भाजपा शुरू से ही संविधान में मौजूदा आरक्षण व्यवस्था को बरकरार रखने का पक्षधर रहा है. पीएम ने कांग्रेस सहित लालू-नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में कांग्रेस ने 35 वर्षों तक राज किया. लालू ने 15 वर्ष व नीतीश ने 10 वर्ष बिहार में शासन किया. महागंठबंधन में शामिल नेता इस तरह बिहार में साठ साल तक राज किया. फिर भी विकास आज हर मामले में पिछड़ा है. बिहार के चार हजार गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची है. रोजगार के अभाव में युवा पलायन कर रहे हैं. चुनाव में लालू-नीतीश अपने 25 साल के कार्यकाल के हिसाब देने के बजाय मोदी को गाली दे रहे हैं. जबकि केंद्र में मोदी की सरकार बने अभी 25 महीना भी नहीं हुआ है. मोदी ने कहा कि महिलाएं बिहार में बदलाव का संवाहक बनेंगी.
महिलाओं को मालूम है कि जब जंगलराज फिर से आयेगी, तो सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें ही होगी. माताओं व बहनों को जंगलराज का खामियाजा भुगतना पड़ता है. बिहार में राज्य के नीतीश सरकार व जंगलराज-2 के प्रति काफी गुस्सा देखा जा रहा है. यही महिलाएं बिहार में अपनी शक्ति का प्रयोग कर
बदलाव लायेगी. अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील कर्ण ने की, जबकि केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व सांसद निखिल कुमार चौधरी, उदय शंकर प्रजापति, स्थानीय विधायक तारकिशोर प्रसाद, कोढ़ा विधायक महेश पासवान, विभाष चंद्र चौधरी, विनोद कुमार सिंह, कदवा प्रत्याशी चंद्र भूषण ठाकुर, बलरामपुर प्रत्याशी वरूण कुमार झा, मनिहारी लोजपा प्रत्याशी अनिल कुमार उरांव आदि ने संबोधित किया.
जंतर-मंतर से नहीं, िवकास के नाम पर जनता करेगी वोट
जनसभा में लोगों से सवाल करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह बिहार के लोग जंतर-मंतर या जंगलराज के लिए वोट करेंगे. अब वह जमाना गया, जब जंतर-मंतर के सहारे नेता वोट मांगते थे. अब तो विकास के लिए जनता वोट करती है. गरीब को विकास चाहिए. अमीरों के लिए विकास की कोई अहमियत नहीं है, लेकिन सरकार जब बनती है तो गरीबों के लिए ही बनती है. गरीबों को स्कूल चाहिए, अस्पताल चाहिए, खेतों को पानी चाहिए, जब तक सभी वर्गों के लिए विकास नहीं होगा, तब तक जनता वोट नहीं करती है. मोदी ने कहा कि जब केंद्र में मोदी सरकार बनी तो गरीबों के लिए प्रधानमंत्री जन-धन योजना लाया गया. पहले गरीबों का खाता बैंकों में नहीं खुलता था. अब गरीब आसानी से बैंक आ-जा रहे हैं.
छोटे-छोटे रोजगार करने वालों के लिए पूंजी का महत्व होता है. रोजगार करने के इच्छुक लोग महाजन से कर्ज लेकर रोजगार करते थे. जब मेरी सरकार बनी तो हमने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू किया. इस योजना के तहत बगैर किसी गारंटी के पचास हजार रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है. बिहार में सवा तीन लाख लोगों के बीच इस योजना के तहत 1100 करोड़ रुपया दिया गया है. बिहार के लिए एक लाख 65 हजार करोड़ का विशेष पैकेज दिया गया है. इससे बिहार की ऊंचाई पर जायेगा. बिहार के लोगों ने लोकसभा चुनाव में काफी आशीर्वाद दिया है. उसी तरह विधानसभा चुनाव में भी मिलना चाहिए. उन्होंने भरोसा दिलाया कि ब्याज सहित बिहार के लोगों का कर्ज यहां विकास करके उतारेंगे.