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गांधीनगर में बना है मोदी के मिशन दिल्ली का कंट्रोल रूम

भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दिल्ली की राह आसान बनाने के लिए अधिकारियों की एक टीम परदे के पीछे रणनीति बना रही है. इस रणनीति का केंद्र है गुजरात की स्थापना के पचास वर्ष पूरे होने पर गांधीनगर में […]

भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दिल्ली की राह आसान बनाने के लिए अधिकारियों की एक टीम परदे के पीछे रणनीति बना रही है.

इस रणनीति का केंद्र है गुजरात की स्थापना के पचास वर्ष पूरे होने पर गांधीनगर में 150 करोड़ रुपये की लागत से बना भव्य स्वर्णिम शंकुल भवन. चार फ्लोर वाले इसी भवन में मुख्यमंत्री का कार्यालय है. यहीं से मोदी की 2014 की अहम रणनीति तैयार होती है. इस काम के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय के 21 अधिकारी जुटे हैं.

ये मुख्यमंत्री के कांफ्रेस में संबोधन, गुजरात के बाहर पेशेवर और अन्य लोगों से मुलाकात, रैलियों और सोशल मीडिया पर क्या कहना है जैसे सभी पहलुओं पर मोदी के साथ मिल कर विचार करते हैं. यही नहीं मोदी को क्या पहनना चाहिए इस पर भी यहां चरचा होती है. प्रधानमंत्री पद के दावेदार घोषित किये जाने के बाद समय के प्रबंधन पर खास ध्यान रखा जाता है. इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जो मोदी के विभिन्न कार्यक्रमों में बिताये गये समय का विेषण करता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि कार्यक्रमों को एक समान समय दिया जा सके. इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि वे भारत के सभी क्षेत्रों से समाज के सभी वर्गो के साथ समय बिताएं.

ऐसे में अगर उनका कोई कार्यक्रम दक्षिण भारत में है तो यह तय किया जाता है कि अगला कार्यक्रम किसी दूसरे हिस्से में हो. साथ ही मोदी की छवि को व्यापक बनाने का खास ध्यान रखा जाता है. इस काम में मोदी के निजी सचिव ओपी सिंह, मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े तन्मय मेहता, पीआर अधिकारी जगदीश ठक्कर, पार्टी की फंडिंग और प्रबंधन का काम देखनेवाले चार्टर्ड एकाउंटेंट परिंदु भगत, 38 वर्षीय आइएएस अधिकारी विजय नेहरा के अलावा कई अन्य प्रमुख लोग शामिल हैं.

मोदी की रणनीतिक टीम के

प्रमुख चेहरे

हिरेन जोशी

कॉलेज में आइटी के प्रोफेसर रह चुके राजस्थान के 45 वर्षीय हिरेन जोशी मोदी के ओएसडी हैं. तकनीकी ज्ञान रखने वाले जोशी मोदी के सोशल मीडिया और बेबसाइट पर आने वाले मैसेज को पढ़ कर उसका जबाव देते हैं. किसी भी दिन बेवसाइट पर 500 शब्द लिख कर मोदी से संपर्क साधा जा सकता है. जोशी इस बेवसाइट से 100 मैसेज को मोदी के लिए शार्टलिस्ट करते हैं. इन शार्टलिस्ट मैसेजेज में आमंत्रण और मुलाकात के लिए आवेदन होते हैं. मोदी इन मैसेजेज का खुद देखते हैं और फिर भावसर के साथ मिल कर प्राथमिकता के आधार पर कार्यक्रम तय किया जाता है.

के कैलाशनाथन
1979 बैच के गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी 60 वर्षीय कुनियल कैलाशनाथन मोदी के पसंदीदा अधिकारी रहे हैं. मई 2013 में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत होने बाद उन्हें मुख्यमंत्री का प्रिसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही कैलाशनाथन मोदी से जुड़े हुए हैं. मद्रास यूनिवर्सिटी से केमिस्ट्री में एमएससी और ब्रिटेन के वेल्स यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल करने वाले कैलाशनाथन को गुजरात के औद्योगिक विकास और बंदरगाहों के निजीकरण का श्रेय दिया जाता है. विभिन्न अहम विभागों की जिम्मेवारी संभाल चुके कैलाशनाथन को उद्योग जगत और मोदी के बीच की अहम कड़ी माना जाता है. दक्षिण भारत के प्रबुद्ध वर्ग और मोदी के बीच संवाद कायम करने में अहम भूमिका निभाने वाले कैलाशनाथन के कारण ही कभी मोदी के कट्टर आलोचक रहे सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीआर कृष्ण अय्यर प्रशंसक बन गये हैं. उन्हें मोदी का राजनीतिक सलाहकार कहा जाता है.

गिरीश चंद्र मुरमू
1985 बैच के आइएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुरमू मोदी के अतिरिक्त प्रधान सचिव के अलावा गृह विभाग के सचिव की दोहरी जिम्मेवारी निभा रहे हैं. मोदी के करीबी माने जाने मुरमू मोदी का संकटमोचक माना जाता है. हाल ही में इशरत जहां मुठभेड़ में सीबीआइ ने मुरमू से पूछताछ की थी.

संजय भावसर
गुजरात प्रशासनिक सेवा के अधिकारी 50 वर्षीय संजय भावसर ही मोदी से मिलने वाले लोगों के लिए समय निर्धारित करते है. केमिकल इंजीनियर भावसर 2002 से ही मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े हुए हैं. मोदी रोजाना सुबह भावसर के साथ बैठक करते हैं. भावसर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लोगों के आये आवेदन पर गौर करते हैं और यह निर्धारित करते हैं कि किसे मुख्यमंत्री से कार्यालय के अंदर या बाहर व्यक्तिगत तौर पर मिलना और किसे सामूहिक तौर पर.

प्रशांत किशोर
35 वर्षीय प्रशांत किशोर. स्वास्थ्य विशेषज्ञ, सांख्यिकी मामलों के निपुण होने के साथ ही किशोर संयुक्त राष्ट्र संघ के एक अफ्रीकी मिशन के प्रमुख भी रह चुके हैं. वे मोदी के साथ दिसंबर 2011 से काम कर रहे हैं. इस दरमियान वे मोदी के अहम विश्वासपात्रों और रणनीतिकारों में से एक बन कर उभरे हैं. वे सीएम के सरकारी आवास पर रहकर कार्य करते हैं और सीधे मोदी को रिपोर्ट करते हैं. लेकिन न ही वे भाजपा के सदस्य और गुजरात सरकार से जुड़े हुए हैं.

बिपिन चौहान
मोदी अपने पहनावे का खास ध्यान रखते हैं. पिछले 25 सालों से मोदी के डिजाइनर बिपिन चौहान उनके पहनावे के बारे में सलाह देते हैं. स्थान और कार्यक्रम के लिहाज से मोदी कपड़े का चयन करते हैं.

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