तीन दिन पहले रामनगरी से लेकर भागा था बाइक
पटना : पुणे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ के पटना आ चुका स्नेहिल रंजन (25) अब बाइक चोरी करता है. वह जेल भी जा चुका है. उसके पिता एसबीआइ, पटना में पदाधिकारी हैं और उसकी हरकतों से तंग आ चुके हैं. बेटे के बारे में पूछने पर वह गुस्से मेें कहते हैं कि उसे कोई मार दे, काट दे मुझसे मतलब नहीं है.
ख्वाब तो चकनाचूर हो गये. उसे इंजीनियर बनाना चाहते थे और वह अब बाइक चोरी कर रहा है. बुधवार को हड़ताली मोड़ के पास उसे बाइक चोरी के आराेप में पकड़ा गया. लोगों ने उसकी जम कर पिटायी की और एसकेपुरी पुलिस को सौंप दिया. दरअसल आरा जिले के केजी रोड नवादा का रहनेवाला अंशु कुमार ने अपनी पलसर बाइक बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था.
सोमवार को दिन में दो बजे अंशु के माेबाइल पर स्नेहिल रंजन ने फोन किया और अपने को इंजीनियर बताया. उसने पूछा बाइक बीक गयी है या नहीं. अंशु ने कहा नहीं बिकी है. इस पर स्नेहिल ने कहा कि वह नौकरी करता है और उसका बॉस उसे छुट्टी नहीं देगा. अंशु को बोला कि अगर वह जगदेव पथ बाइक लेकर आ जाए, तो वह बाइक खरीद लेगा.
तीन दिनों तक रहा भूखा, बाइक मिली तो खाया एग रोल : बाइक मालिक अंशु (18) के पिता नहीं है.
वह अपनी मां से काफी जिद करके बाइक खरीदा था. अब उसे बेच कर दूसरी बाइक लेना चाह रहा था. लेकिन, जब सोमवार को उसकी बाइक गायब हुई, तो वह अंदर से टूट गया. उसने तीन दिनों तक खाना नहीं खाया. इधर-उधर बाइक की तलाश कर रहा था. बुधवार को उसके भाई निरंजन ने बताया कि जब बाइक मिल गयी, तो उसने रात में 8 बजे एग रोल खाया.
ऐसे लेकर भागा बाइक
अंशु उसी दिन बाइक लेकर जगदेव पथ आ गया. इसके बाद स्नेहिल उससे मिला और बाइक देखने के बाद उसके साथ में चाय पीया. यहीं से स्नेहिल ने उसे झांसे में लेना शुरु कर दिया.
उसने टेस्ट ड्राइव करने की बात कही और पीछे अंशु को बैठा कर जगदेव पथ से गांधी मैदान तक घुमाया. इसके बाद शाम के 4.30 बजे वह रामनगरी में पहुंचा. उसने एक मकान के सामने बाइक रोक दी और अंशु से बोला कि यह मेरा घर है. उसने गेट खोलने को कहा. अंशु जैसे ही बाइक से उतर कर गेट खोलने गया, वह बाइक लेकर भाग गया.
एयरपोर्ट थाने में हुई स्नेहिल रंजन की पहचान
घटना के बाद अंशु ने अपने भाई निरंजन को फोन किया. दोनों राजीव नगर थाने पहुंचे और घटना की जानकारी दी. पुलिस ने एयरपोर्ट थाने का मामला होने की बात कही. फिर दोनों वहां से एयरपोर्ट थाने पहुंचे और यहां भी मामला बतायाा. इस पर थाने के जमादार ने एलबम से एक फोटो दिखाया और पूछा बाइक लेकर भागनेवाला यही ताे नहीं है. इस पर अंशु ने उसकी पहचान कर ली और घर का यहीं से पता चल गया. दोनों भाई शिवपुरी के मानस मार्ग रोड नंबर-दो, मकान नंबर 17 स्नेहिल के घर पहुंचे और घटना की जानकारी दी.
इस पर घरवालों ने कहा कि उससे मलतब नहीं है. दोनों भाई तभी से स्नेहिल की तलाश कर रहे थे, बुधवार को दिन में हड़ताली मोड़ पर वह दिख गया.
इस पर दोनों ने उसे पकड़ लिया और जम कर पीटा. इसके बाद उसे एसकेपुरी पुलिस को सौंप दिया.