इंद्राणी, शिक्षिका, अनिसाबाद
घर से बाहर निकलते ही लोग ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे हैं. प्रतिदिन रोड एक्सीडेंट की घटनाएं बढ़ रही हैं. सरकार ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक नहीं कर पा रही है. इलेक्ट्रॉनिक ट्रॉफिक लाइट सिग्नल का आविष्कार हुए सौ वर्ष से अधिक हो गये. लेकिन, बिहार में आज तक यह सफल नहीं हो पाया है. जाम का आलम यह है कि बच्चे स्कूल बसों में घंटों फंसे रहते हैं. आने वाले समय में यदि शहर की ट्रैफिक को सुधारा नहीं गया तो समस्या और गंभीर होगी. नयी सरकार को अपने एजेंडे में इसे शामिल करना होगा.