रांची: बालिकाओं का भविष्य संवारनेवाली मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना की स्थिति चिंताजनक है. ऐसा योजना व विकास विभाग के सचिव अविनाश कुमार का मानना है.
तीन सितंबर को सचिव ने इस योजना की समीक्षा की. इसमें पता चला कि चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना का बजट 151.3 करोड़ रु है. इसमें से जिलों को 76.98 करोड़ रु उपलब्ध कराये गये. वहीं इसके विरुद्ध जिलों का कुल खर्च सिर्फ 3.10 करोड़ यानी पूरे बजट का महज दो फीसदी है. पता चला कि पलामू, गिरिडीह व खूंटी की उपलब्धि शून्य है. वहीं जमशेदपुर में सिर्फ 83,चतरा में 43, पाकुड़ में 39, कोडरमा में 12 व रामगढ़ में सिर्फ 29 बच्चियों को ही योजना के लाभ की स्वीकृति दी जा सकी है. राज्य का लक्ष्य जहां करीब 60 हजार लाभुक का है, वहीं उपलब्धि सिर्फ 6379 है.
समाज कल्याण पदाधिकारी, प.सिंहभूम के अनुसार ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य संरचना की कमी के कारण संस्थागत प्रसव कम होते हैं. प.सिंहभूम में संस्थागत प्रसव सिर्फ 29 फीसदी है.
चतरा जिले के अपर समाहर्ता ने कहा कि टंडवा व प्रतापपुर जैसे प्रखंडों में संस्थागत प्रसव के लिए संस्थाएं ही नहीं हैं. इस पर योजना सचिव ने कहा कि वह इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव से बात करेंगे. आंगनबाड़ी केंद्रों के सर्वेक्षण का भी निर्देश सचिव ने दिया.
क्या है योजना
इस योजना का लाभ उसी बच्ची को मिलना है, जिसका जन्म संस्थागत (अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में) प्रसव से हुआ हो. जन्म से लेकर पांच वर्ष तक की बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिलना है. इन बच्चियों के नाम से सरकार प्रति वर्ष एक-एक हजार के हिसाब से कुल छह हजार रुपये डाकघर में जमा करती है. इस निवेश से संबंधित बालिका को छठी कक्षा में दो हजार, नौवीं कक्षा में चार हजार व 11वीं कक्षा में पहुंचने पर 7400 रुपये का भुगतान होगा. वहीं 11वीं व 12वीं में पढ़ाई के दौरान उसे प्रति माह दो सौ रुपये की छात्रवृत्ति भी मिलेगी. लड़की के 21 वर्ष की उम्र पूरे करने पर उसे एक लाख 16 हजार 971 रुपये का भुगतान होगा.
वित्तीय वर्ष 2013-14 का लक्ष्य व उपलब्धि
जिला लाभुक लक्ष्य उपलब्धि
जामताड़ा – 174
गिरिडीह 5833 919
रांची 8100 840
हजारीबाग 5000 595
दुमका 2060 623
सरायकेला 1700 352
रामगढ़ 4084 29
देवघर 2250 319
गोड्डा 8955 373
पाकुड़ 1550 104
गढ़वा – 197
चतरा 1125 106
पलामू 3350 157
कोडरमा 4166 90
प.सिंहभूम 2500 385
खूंटी 1000 200
धनबाद – 729
सिमडेगा – 187
कुल 51673 6379
(नोट : जामताड़ा, गढ़वा, धनबाद
व सिमडेगा ने लक्ष्य नहीं दिया है)