सत्र 2012 में लड़कों से आगे निकली लड़कियां
रांची: झारखंड की छात्राएं मेडिकल के क्षेत्र में बढ़ी संख्या में आ रही हैं. राज्य के सबसे बड़े संस्थान रिम्स में एमबीबीएस ( बैचलर ऑफ एमडी एंड बैचलर ऑफ सजर्री) में नामांकन करानेवाली छात्राओं की संख्या हर साल बढ़ रही है. पिछले तीन साल के आंकड़े के अनुसार लड़कियां लगातार आगे बढ़ रही हैं. 2012 में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा हो गयी हैं. एमबीबीएस की 150 सीटों पर 85 छात्राएं अभी अध्ययनरत हैं. वहीं सत्र 2013 में एमबीबीएस में नामांकन के लिए लड़कियों की संख्या अभी तक लड़कों के करीब है. हालांकि अभी नामांकन जारी है.
मेरिट में भी आगे
मेडिकल पात्रता परीक्षा में छात्राएं अच्छे मेरिट ला कर राज्य के सबसे अच्छे मेडिकल संस्थान रिम्स में अपना नामांकन करा रही है. छात्राओं का पहला च्वाइस रिम्स रहने के कारण लड़कों को राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेज में नामांकन कराना पड़ रहा है.
रिम्स
वर्ष सीट छात्राएं छात्र
2010 90 43 47
2011 149 73 76
2012 150 85 65
लड़कियों का मेरिट मेडिकल की पात्रता परीक्षा में अच्छा रहता है, इसलिए उनका नामांकन रिम्स में होता है. एमबीबीएस में कुछ सालों से लड़कियां की संख्या लड़कों की तुलना बढ़ी है. मेडिकल के क्षेत्र में छात्राओं का रुझान बढ़ रहा है. यह अच्छा संकेत है.
डॉ एसएन चौधरी, डीन रिम्स