दक्षा वैदकर
आप भले ही किसी बड़ी दुकान के मालिक हो, लेकिन अगर आप कस्टमर्स को धोखा देते हैं या गलती करने पर सॉरी भी नहीं बोलते, उनसे बहस करते हैं, तो यकीन मानिये एक दिन आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. आज नहीं, तो कल आपका बिजनेस ठप्प हो जायेगा.
वो समय गया, जब कस्टमर्स धोखा मिलने के बावजूद कुछ कर नहीं पाते थे. आपको भी खास फर्क नहीं पड़ता था. आप सोचते थे कि एक कस्टमर नाराज हो गया, तो कौन-सी आफत आ गयी. लेकिन आज का दौर सोशल मीडिया का है. आप कस्टमर्स के साथ कुछ बुरा करेंगे, तो उनके पास अपनी बात लोगों तक पहुंचाने का माध्यम है. वह फेसबुक पर अपनी आप बीती पोस्ट कर सकता है और हो सकता है कि यह बात आग की तरह फैल जाये और कुछ दिनों बाद आपकी दुकान में मक्खी भी न भटके.
इसके लिए मेरे पास उदाहरण है. यह उदाहरण एक रेस्टोरेंट का है. पहले हमारे सारे साथी उस रेस्टोरेंट में जाते थे और खाना खाते थे. वहां हमें छोटी-मोटी परेशानियां तो होती रहती थी, लेकिन एक दिन बड़ी बात हो गयी. रेस्टोरेंट वाले ने मेरे एक दोस्त को पाव-भाजी में खराब पाव खिला दिया.
आधा खाने के बाद उसे लगा कि पाव बासी है. उसने रेस्टोरेंट वाले से कहा कि यह खराब है, लेकिन वह नहीं माना. घर जाने के बाद दोस्त को खूब उल्टियां हुई. डॉक्टर के पास जाना पड़ा. डॉक्टर ने भी कह दिया कि खराब खाने की वजह से तबीयत खराब हुई है. ठीक होने के बाद दोस्त फिर उस रेस्टोरेंट पहुंचा और मालिक को सलाह देते हुए बोला कि पाव संभाल कर खिलाया करो. पहले चेक किया करो. रेस्टोरेंट वाला उससे लड़ने लगा और बोला, आप कहीं और से कुछ खा लिये होंगे.
हम पर इल्जाम लगा रहे हैं. दोस्त को यह बात बहुत बुरी लगी, उसने फेसबुक पर यह घटना लिख दी. आज इस बात को दो महीने से ऊपर हो गये. हमारे सारे साथियों ने उस रेस्टोरेंट जाना बंद कर दिया. पिछले दिनों रेस्टोरेंट का ओनर मिला. बोला- आजकल आप लोग आते नहीं हैं, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया और निकल गये.
– बात पते की..
जब हम बिजनेस करते हैं, तो हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि कौन-सा कस्टमर छोटा है और कौन-सा बड़ा. सभी को समान इज्जत दें.
आप अपने बिजनेस में लोगों को धोखा देंगे, तो ये भी याद रखें कि आपको भी अपने पर्सनल काम के लिए दूसरे दुकानदारों से धोखा मिल सकता है.