क्या किसी की मूंछें जान को संकट में डाल सकती हैं? मगर पाकिस्तान में एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ. पेशावर के रहनेवाले मलिक आमिर मोहम्मद खान आफरीदी इसके भुक्तभोगी हैं. वैसे तो उन्हें अपनी लंबी मूंछों की वजह से खास पहचान मिली, लेकिन इसी के कारण एक महीने तक बंदी भी रहना पड़ा.
पेशे से बिजनेसमैन मोहम्मद खान की मूंछ 76 सेंटीमीटर लंबी है. उन्हें अपनी मूंछें संवारने में ही हर रोज आधा घंटे का समय लग जाता है. हर माह लगभग 10,000 रुपये मूंछों को मेंटेन करने में खर्च होते हैं. वह कहते हैं, ये मूंछें ही मेरी पहचान हैं. लोग मूंछों के कारण मेरी बहुत इज्जत करते हैं. लेकिन तालिबान से जुड़े संगठन लश्कर-ए-इसलाम के सदस्यों को मेरी मूंछ पंसद नहीं आयी. उन्होंने इसे इसलाम धर्म के विरुद्ध बताते हुए हटाने का आदेश दिया. इनकार करने पर 2009 में चार बंदूकधारी घर पर आ धमके और अपहरण कर ले गये.
करीब एक महीने तक कैद रखा. एक बार तो लगा जैसे वे मेरी जान लेकर ही छोड़ेंगे. अंत में थक-हार कर मुङो अपनी मूंछें मुड़वानी पड़ी. इसके बाद रिहा किया. 2012 में मूंछों के वापस बड़े होने पर तालिबानियों ने फिर से धमकी देनी शुरू कर दी. इसके डर से वह पेशावर से फैसलाबाद आ गये. मो. खान कहते हैं, मैं मुश्किल से महीने में एक या दो बार ही चुपके से पेशावर जा कर परिवार से मिल पाता हूं. वह कहते हैं, मेरी पत्नी और 10 बच्चे मूंछें हटवाने का सुझाव देते हैं, ताकि मैं उनके साथ रह सकूं. मगर ये नहीं हो सकता. मैं अपने परिवार, अपने देश के बिना रह सकता हूं, लेकिन मूंछों के बिना नहीं. मैं परिवार के साथ अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन या दुबई जाना चाहता हूं, ताकि मैं और मेरी मूंछें सलामत रहे.
भारत के राम सिंह चौहान के नाम विश्व की सबसे लंबी मूंछ (14 फीट) रखने का रिकॉर्ड है.