उसने कई तरह की धमकियां भी दे डालीं. ऐसे में तंग आकर पुष्पा ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग में जाकर मामला दर्ज करवाया है. यह पीड़ा किसी एक शिक्षक की नहीं है. पटना के कई चर्चित स्कूलों की शिक्षिकाएं इस तरह की हरकतों से परेशान हैं. इस तरह की शिकायतों में आयोग की ओर से स्टूडेंट्स को बुला कर उनकी काउंसेलिंग भी की गयी है, लेकिन यह समस्या खत्म नहीं हो रही है.
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मैम, आप जींस पहनती हैं, तो ऐश्वर्या राय जैसी लगती हैं
पटना: टीचर पुष्पा क्लास 9वीं और 10वीं के छात्रों को इंगलिश का ट्यूशन देती हैं. एक बार किसी प्रश्न के गलत उत्तर देने और ट्यूशन से गायब रहने को लेकर टीचर ने एक छात्र को डांटा. फिर क्या था, उस छात्र ने मोबाइल पर मैसेज करना शुरू किया. अन्य स्टूडेंट्स के सामने डांट लगाने पर […]
पटना: टीचर पुष्पा क्लास 9वीं और 10वीं के छात्रों को इंगलिश का ट्यूशन देती हैं. एक बार किसी प्रश्न के गलत उत्तर देने और ट्यूशन से गायब रहने को लेकर टीचर ने एक छात्र को डांटा. फिर क्या था, उस छात्र ने मोबाइल पर मैसेज करना शुरू किया. अन्य स्टूडेंट्स के सामने डांट लगाने पर उसने टीचर के प्रति नाराजगी जतायी.
ऐसे में कैसे पढ़ाएं
हर स्टूडेंट सही रास्ते पर चले, उसे सही गाइडेंस मिले, सारे शिक्षकों का यही फोकस रहता है. पुरुष शिक्षक हों या महिला शिक्षक, सबों का यही ध्येय रहता है कि वे स्टूडेंट्स के अंदर के निगेटिव सोच को निकाल कर पॉजिटिव सोच पैदा करे. लेकिन ये सारी कोशिशें उस समय भारी पड़ने लगती हैं, जब स्टूडेंट्स ही उन्हें परेशान करने लगते हैं. ऐसे में शिक्षकों को समझ में नहीं आता है कि छात्रों को कैसे पढ़ाएं. कुछ छात्रों की हरकतों से सभी खामियाजा भुगतेंगे.
पुरानी डांट का लेते है बदला
कई मामले में टीचर्स की डांट या पनिशमेंट का बदला लेने पर छात्र उतारू हो जाते हैं. आयोग में आयी शिकायतों में कई मामले ऐसे हैं, जिसमें महीनों पहले हुए इंसीडेंट को लेकर भी छात्र बदला लेने की कोशिश करते है. इस संबंध में सेंट जोसफ कॉन्वेंट की मैथ टीचर श्वेता प्रियदर्शी ने बताया कि लड़कों को हमने तो ट्यूशन देना ही बंद कर दिया है. आये दिन किसी-न-किसी तरह से वे गलत कमेंट करते हैं. ऐसे में वह अब केवल लड़कियों को ही पढ़ाती हैं.
दोस्तों से दिलवाते हैं धमकी
बोर्ड और फाइनल एग्जाम के समय सीबीएसइ के निर्देश पर सोशल साइट्स से जुड़ कर स्टूडेंट्स को गाइड करने को कहा जाता है. कई टीचर्स ऐसा करते भी हैं. लोयेला हाइस्कूल के मैथ टीचर संजय कुमार ने बताया कि एग्जाम की तैयारी के समय बोर्ड के निर्देश पर स्टूडेंट्स से सोशल साइट्स से हम जुड़ते हैं, लेकिन इस दौरान भी छात्र इससे बाज नहीं आते हैं. कुछ स्टूडेंट्स गलत कमेंट करने से भी परहेज नहीं करते. कई बार हम स्टूडेंट्स को समझाते भी हैं, लेकिन कई बार यह उलटा हो जाता हैं. वहीं डीपीएस की साइंस टीचर अंजू शर्मा बताती हैं कि कई बार स्टूडेंट्स अपने किसी दोस्त से धमकी दिलवाते हैं, ताकि वे बदनाम नहीं हों.
ऐसे-ऐसे आते हैं कमेंट
आपको तो कुछ आता नहीं है, हमें सजेशन न दिया करें
आपकी हिम्मत कैसे हुई पूरे क्लास के सामने मुङो डांटने की
मैम, आप तो बहुत ही सेक्सी लगती हैं
आपकी स्माइल तो दिल तक पहुंच जाती है
सर, आपने मेरी
गर्ल फ्रेंड को कैसे डांट दिया
आपने मेरी गर्ल फ्रेंड के बारे में कैसे किसी दूसरे को बता सकती हैं
आप जींस पहनती हैं, तो ऐश्वर्या राय जैसी लगती हैं
क्या आप मेरे साथ फिल्म देखने चलेंगी
बोर्ड एग्जाम के कॉपी को सही से चेक कीजियेगा
अगर मार्क्स कम आये तो बहुत ही बुरा होगा
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