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अमेरिका से करें बायोलॉजी के कोर्स

बायोलॉजी स्वयं में एक बेहद विस्तृत विषय है, जिसका सदुपयोग करने के लिए इसको कई उप-क्षेत्रों में बांटा गया है. पिछले अंक में हमने कुछ बायोलॉजिकल क्षेत्र के बारे में जानने और उनमें प्रवेश प्रक्रिया के बारे में समझने की कोशिश की थी. इस अंक में भी हम बायोलॉजी के ही कुछ अन्य क्षेत्रों के […]

बायोलॉजी स्वयं में एक बेहद विस्तृत विषय है, जिसका सदुपयोग करने के लिए इसको कई उप-क्षेत्रों में बांटा गया है. पिछले अंक में हमने कुछ बायोलॉजिकल क्षेत्र के बारे में जानने और उनमें प्रवेश प्रक्रिया के बारे में समझने की कोशिश की थी. इस अंक में भी हम बायोलॉजी के ही कुछ अन्य क्षेत्रों के बारे में चर्चा करेंगे.

कंप्यूटेशनल बायोलॉजी : कंप्यूटेशनल बायोलॉजी में बायोलॉजिकल डाटा को कलेक्ट करके उसका प्रयोग किया जाता है और यह बायोलॉजिकल साइंसेस में बेहद उपयोगी प्रक्रिया है. कंप्यूटेशनल बायोलॉजी का प्रयोग ह्यूमन जीनोम को क्रमबद्ध करने में, मानव मस्तिष्क के तरह अन्य संरचना तैयार करने में, जीव तंत्र की संरचना को और बेहतर बनाने में किया जाता है. इसमें अध्ययन के कई उप-क्षेत्र भी हैं, जैसे कंप्यूटेशनल बायो-मॉडलिंग, कंप्यूटेशनल एवोलयूसनरी बायोलॉजी, कंप्यूटेशनल जेनोमिक्स, कंप्यूटेशनल न्यूरोसाइंस, कम्प्यूटेशनल फार्माकोलॉजी, कैंसर कंप्यूटेशनल बायोलॉजी आदि.

बायोलॉजिकल कंप्यूटेशनल की पढ़ाई के लिए अमेरिका के स्टेंफोर्ड यूनिवर्सिटी को विश्व का सबसे अच्छा विश्वविद्यालय माना जाता है. उसके बाद नंबर आता है हार्वर्ड विश्वविद्यालय, मेसेचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेन डिएगो, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ यूनाइटेड स्टेट्स, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले, यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन आदि का.

इकोलॉजी : बायोलॉजी और अर्थ साइंसेस को मिला कर जिस विज्ञान को जन्म दिया गया वह इकोलॉजी. इकोलॉजी के अध्ययन और इसके आगे के कार्यात्मक उपयोग से मानव जीवन की अच्छाई के लिए कई क्षेत्रों में अनेक प्रायोगिक कार्य किये जा रहे हैं. जैसे- कंजर्वेशन बायोलॉजी, सिटी प्लानिंग, कम्युनिटी हेल्थ, बेसिक एंड अप्लाइड साइंसेस आदि.

इकोलॉजी में टॉप यूनिवर्सिटी के सूची इस प्रकार है. एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू यार्क, ब्राउन यूनिवर्सिटी, कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी, ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी, ड्यूक यूनिवर्सिटी, इमॉरी यूनिवर्सिटी, फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी, जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी आदि.

इवॉल्यूशनरी बायोलॉजी : यह एक ऐसा अध्ययन है, जिसमें पृथ्वी पर जीवन की डायवर्सिटी कैसे हुई और उसके कैसे परिणाम हुए, इसके बारे में पढ़ा जाता है. यह बायोलॉजी का ही एक उप-क्षेत्र है. इसके अध्ययन के बाद व्यक्ति इवॉल्यूशनरी बायोलॉजिस्ट बन सकता है. बायोलॉजी के इस अध्ययन क्षेत्र में जीवन के लगभग सभी उद्गम से संबंधित प्रश्न होते हैं. जैसे कब और कैसे.

सभी उपरोक्त बायोलॉजिकल साइंसेस के विशेष विषयों में पढ़ने के लिए सबसे पहले छात्रों को बायोलॉजी में बैचलर्स की डिग्री पूरी करनी पड़ती है. फिर मास्टर्स के लिए और मास्टर्स के बाद पीएचडी के लिए विश्वविद्यालयों का चुनाव करना होता है. हां, विश्वविद्यालयों और उनकी फैकल्टी का चुनाव करते समय भी छात्रों को उस विषय में उस विश्वविद्यालय की सहभागिता और विषयात्मक शोध का ध्यान रखना चहिए.

प्रवेश के लिए क्या है जरूरीसामान्यत: बायोलॉजिकल साइंसेज के लिए अमेरिका में अधिक हैं विश्वविद्यालय. अत: मास्टर्स और पीएचडी प्रोग्राम्स के लिए छात्रों को जीआरइ और टॉफेल देना पड़ता है. प्रवेश प्रक्रिया को अधिक समझने के लिए काउंसेलर की मदद लेना सही होगा. जीआरइ और टॉफेल के बारे में अधिक जानने के लिए www.ets.org पर हैं.

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