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बिगड़ैल लाड़ले गैंग बना सड़क पर कर रहे क्राइम

माइंस गैंग, पेट्रोल गैंग, विजया गैंग के बाद अब बॉर्नविटा गैंग पटना : घरों के बिगड़ैल लाड़ले पुलिस व आम लोगों के लिए सिरदर्द बन रहे हैं. गली-मुहल्लों व स्कूल-कॉलेजों की गुटबंदी के बाद गैंग बना कर क्राइम कर रहा है. मारपीट, छिनतई, सरेराह, छेड़खानी इनका धंधा और महंगी बाइक व मोबाइल रखना इनका शौक […]

माइंस गैंग, पेट्रोल गैंग, विजया गैंग के बाद अब बॉर्नविटा गैंग

पटना : घरों के बिगड़ैल लाड़ले पुलिस व आम लोगों के लिए सिरदर्द बन रहे हैं. गली-मुहल्लों व स्कूल-कॉलेजों की गुटबंदी के बाद गैंग बना कर क्राइम कर रहा है. मारपीट, छिनतई, सरेराह, छेड़खानी इनका धंधा और महंगी बाइक व मोबाइल रखना इनका शौक हो गया है. उम्र इनकी भले ही कम है, लेकिन इनका क्राइम प्लान और घटना को अंजाम देने की फूर्ति किसी शातिर अपराधी से कम नहीं. संगठित अपराध करनेवाले इस तरह के गैंग को चिह्न्ति करना पुलिस के सामने चुनौती बन रही है, वहीं घरवाले अपने बिगड़ैल लाड़लों की हरकत से अनजान हैं.

राजधानी में माइंस गैंग, पेट्रोल गैंग, विजया गैंग, बॉर्नविटा गैंग सहित कुछ और नाबालिगों की फौज है, जो छोटे-मोटे अपराधों के जरिये पेशेवर अपराधियों की राह पर चल पड़े हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो यह साफ हो चुका है कि सड़क पर होनेवाले 60 फीसदी क्राइम नाबालिग बच्चों के गैंग द्वारा किये जा रहे हैं. खास कर लूट, छिनतई, चोरी, छेड़खानी समेत मोबाइल व पर्स की झपट्टेबाजी में इस प्रकार के गैंग शामिल हैं. वर्ष 2011 में सबसे पहले माइंस गैंग का नाम सामने आया था.

गैंग को चिह्न्ति करना चुनौती

नाबालिगों का आपराधिक गैंग चिह्न्ति करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है. अपराध में संलिप्त किशोरों का न क्राइम रेकॉर्ड है और न ही इनकी शक्ल पुलिस पहचानती है. घटनास्थल पर नहीं पकड़े गये, तो इन्हें पकड़ना मुश्किल है. झपट्टा मारने व भागने में ये तेज होते हैं.

तीन पकड़े गये, और नौ सदस्यों का चला है पता

बॉर्नविटा गैंग का नाम सामने आया है. तीन सदस्य पकड़े गये हैं. इनकी निशानदेही पर गैंग के नौ अन्य सदस्य चिह्न्ति किये जा चुके हैं, इनकी गिरफ्तारी करायी जायेगी. गैंग के सदस्य बाइक से दो-तीन की संख्या में रहते हैं और सड़क पर लोगों को चोरी, छिनतई के लिए टारगेट करते हैं. एंटी रेस सेल को भी लहरिया कट बाइकर्स को पकड़ने के निर्देश दिये गये हैं.

– डॉ मो शिब्ली नोमानी, सचिवालय डीएसपी

ऐसी होती हैं इनकी हरकतें

– पार्क, स्कूल-कॉलेज के गेट, मुख्य चौराहों पर सिगरेट के छल्ले उड़ाना

– सार्वजनिक स्थलों पर अड्डेबाजी करना और आने-जाने वाली छात्रओं पर छींटाकशी

– दिन ढलने के बाद सड़कों पर महंगी गाड़ियों से फर्राटा भरना, सड़कों पर स्टंट करना

– पीछे से झपट्टा मार कर गले से चेन उड़ाना, पर्स और मोबाइल की चोरी करना मुख्य धंधा

– सड़कों पर मारपीट कराना, लड़कियों से छेड़खानी करना

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