चिनाकुड़ी : चिनाकुड़ी स्थित डिसरगढ़ पावर स्टेशन में कार्य करने के दौरान शनिवार को ठेका श्रमिक बैजनाथ हांसदा बिजली की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गया. इसके विरोध में सभी ठेका श्रमिकों ने काम बंद कर दिया एवं सुरक्षा की मांग की.
बैजनाथ को उसे बराकर स्थित आस्था नर्सिग हेाम में भरती कराया गया. वहां उसकी हालत गंभीर है.
विक्षोभ जता रहे ठेका श्रमिकों का कहना है कि यहां पर बाहरी ठेकेदारों से काम करवाया जा रहा है. प्रबंधन की ओर से एक भी अधिकारी मौजूद नहीं रहता है. ठेकेदार को पता नहीं है कि कहं से केबुल ले जाया गया है. वाल्व बैठाने के लिये गड्ढा खोदा जा रहा था.
काम समाप्ति पर था. जैसे ही लोहे का सबल नीचे की ओर मारा, वैसे ही सबल नीचे ग्यारह हजार के बिछाये गए केबुल में जा टकराया और ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट होने से काम कर रहे बैजनाथ हांसदा बुरी तरह से झुलस गया. ठेका श्रमिकों का कहना है कि वैसे भी केबूल कम से कम पांच फूट नीचे होना चाहिए परंतु सारा केबूल तीन फूट पर ही डाल दिया गया है.
घटना होने के बाद भी कंपनी की ओर से कोई भी सुरक्षा अधिकारी देखने नहीं आया जिसके कारण काम बंद कर दिया तथा गेट में ताला बंद कर दिया.