जयनगर : डीवीसी प्रबंधन बांझेडीह के विस्थापितों को बरगला रहा है. विस्थापितों को उचित हक व अधिकार देने की बजाय सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. उक्त बातें झाविमो केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य प्रो जानकी यादव ने कही. श्री यादव मंगलवार को झाविमो द्वारा फोर लेन में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे.
श्री यादव ने कहा कि बांझेडीह विस्थापित प्रभावित मोरचा के साथ प्रबंधन ने गत 13 जनवरी को जिन शर्तो पर एकरारनामा किया था, उसमें से एक का भी अनुपालन आज तक नहीं हुआ है.
एक अप्रैल से विस्थापन नीति लागू करने, कंद्रपडीह, हीरोडीह व रेभनाडीह में फुट ओवर ब्रिज बनाने, मेंटेनेंस कार्य में सहकारिता समिति के माध्यम से स्थानीय लोगों को काम देने सहित कई बिंदुओं पर सहमति बनी थी. उन्होंने कहा कि विस्थापितों के लिए लड़ने वाले युवा नेता दामोदर यादव को पहाड़पुर कंपनी द्वारा झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया गया.
यदि कंपनी शीघ्र अपना मुकदमा वापस नहीं लेती है, तो कभी भी जन आंदोलन हो सकता है. श्री यादव ने पत्रकारों से कहा कि कोल कंपनी से बांझेडीह के लिए चला चार रैक कोयला प्लांट नहीं पहुंचा. यह कोयला कहां गया, इसकी जांच सीबीआइ से होनी चाहिए.
झारखंड में सरकार गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झामुमो जो ड्रामा कर रही है व ह राज्य हित में नहीं है. वही महेंद्र दास ने कहा कि जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण जिले में खाद व बीज की कालाबाजारी हो रही है. पुलिस-प्रशासन की विफलता के कारण अपहरण जैसी घटनाएं हो रही है. इन सवालों को लेकर झाविमो का प्रतिनिधिमंडल एसपी व डीसी से मिलेगा.
मौके पर कौलेश्वर सिंह, उमेश यादव, अरुण यादव, अरविंद यादव, अशोक यादव, मंगल यादव, मनोज यादव, खुबलाल यादव, धानेश्वर साव, अलख निरंजन साव, उप मुखिया शिव कुमार यादव, शाहबुद्दीन, बालेश्वर राणा, संजय प्रसाद, मो सलीम अंसारी आदि थे.