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मोबाइल में मिले अरब के नंबर

पटना: रूपसपुर पुलिस द्वारा जालसाज अमन प्रतीक के बरामद किये गये मोबाइल में मुंबई, पाकिस्तान व अरब देश के कुछ मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं. पुलिस को शक है कि ये नंबर कबूतरबाजों के हो सकते हैं, जो बिहार व अन्य राज्यों के बेरोजगारों को पाकिस्तान या अरब देशों में नौकरी के नाम पर पैसे […]

पटना: रूपसपुर पुलिस द्वारा जालसाज अमन प्रतीक के बरामद किये गये मोबाइल में मुंबई, पाकिस्तान व अरब देश के कुछ मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं. पुलिस को शक है कि ये नंबर कबूतरबाजों के हो सकते हैं, जो बिहार व अन्य राज्यों के बेरोजगारों को पाकिस्तान या अरब देशों में नौकरी के नाम पर पैसे लेकर भेजते हैं. बरामद पासपोर्ट में एक-दो में अरब देशों में जाने का वीजा भी निर्गत है.

पटना पुलिस इस संबंध में मुंबई पुलिस से संपर्क करने के साथ ही विदेश मंत्रलय से भी संपर्क करेगी, ताकि यह जानकारी मिल सके कि वे किस मकसद से वहां गये थे. बरामद मोबाइल नंबर से यह स्पष्ट हो चुका है कि अमन का नेटवर्क पाकिस्तान व अरब देशों में फैला है. मुंबई के नेटवर्क के माध्यम से वह लोगों को विदेशों में भेजने का काम करता है, पर उन लोगों को किस मंशा से वहां भेजा जाता है, इस पर पुलिस अनुसंधान कर रही है. इधर अमन को पकड़ने के लिए पुलिस डेहरी ऑन सोन के लिए रवाना हो गयी है. हालांकि शनिवार की देर रात तक उसकी गिरफ्तारी की सूचना नहीं थी.

रूपसपुर पुलिस ने अभियंता नगर स्थित राधा स्वामी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 305 में छापेमारी कर मामले का खुलासा किया था. हालांकि अमन प्रतीक छापेमारी के पहले ही भागने में सफल रहा. इसके पहले उसने रूम पार्टनर नीरज को काफी टॉर्चर किया था. इसकी मुख्य वजह थी कि नीरज ने अमन के बारे में जान गया था. उसके रूम में कॉल गर्ल लाने के बाद अमन को रूम खाली करने के लिए कहा गया था. इसी के चलते अमन ने नीरज नीरज के हाथ का नाखून उखाड़ लिया था तथा बिजली का झटका देता था. नीरज के कराहने की आवाज सुन फ्लैट के लोगों ने पुलिस को जानकारी दी, तब जाकर इसका भंडाफोड़ हुआ.

पासपोर्ट धारकों से होगी पूछताछ

अमन के कमरे से बरामद सभी सातों पासपोर्ट को कैंसिल करने की पुलिस अनुशंसा कर सकती है. इसके पहले वह उनके सत्यापन के लिए पासपोर्ट कार्यालय से संपर्क करेगी. साथ ही पुलिस पासपोर्ट धारकों को भी पूछताछ के लिए बुलायेगी. वे सभी बिहार व झारखंड के ही रहनेवाले हैं. संबंधित लोग पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं होंगे, तो उन पर कानूनी कार्रवाई संभव है.

लैपटॉप का नहीं खुला कोड

शनिवार को पुलिस ने बरामद लैपटॉप खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं खुल सका. उसे डिकोड करने के तमाम प्रयास विफल रहे. अब पुलिस उस लैपटॉप को खोलने के लिए साइबर क्राइम सेल के पास भेजेगी. लैपटॉप खुलने के बाद इसकी जानकारी मिल सकती है कि उसके संबंध आइएसआइ या आइएसआइएस से थी या नहीं?

क्या कहते हैं एसएसपी

एसएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विदेशों में उन लोगों को किस मंशा से भेजा जाता था. पासपोर्ट के सत्यापन के लिए पासपोर्ट कार्यालय से संपर्क किया जायेगा, वहीं पुलिस बैंकों से भी संपर्क करेगी. पासपोर्ट कर सत्यापन कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.

इनके मिले हैं पासपोर्ट

अरुण कु पांडे : धनबाद

मो. हुसैन : पटना

अहमद फैयाज : धनबाद

मंतोष मिश्र : जमशेदपुर

मो. आफाक : मुंगेर

मो. महफूज : मुंगेर

चंदन कुमार यादव : बक्सर

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