फर्गुसन (अमेरिका) : अमेरिका के फर्गुसन में नस्ली दंगे भडकने के बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल निकला है. पुलिस अस्थिरता के शिकार शहर में हालात काबू करने का प्रयास करती रही. अगस्त में निहत्थे अश्वेत किशोर की गोली मारकर हत्या करने के मामले में श्वेत पुलिस अधिकारी पर अभियोजन नहीं चलाने के संबंध में सोमवार को आए ‘ग्रैंड ज्यूरी’ के फैसले के बाद मिसौरी के सेंट लुई में भडकी हिंसा दूसरी रात भी जारी रही.
सेंट लुई काउंटी पुलिस ने बताया कि सिटी हॉल की खिडकियां तोड दी गयी, पुलिस की एक कार क्षतिग्रस्त हुई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें, कंक्रीट के टुकडे और एक पेट्रोल बम फेंका. काउंटी पुलिस के प्रमुख जोन बेल्मर ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर कुछ बोतलें फेंकी जिनमें शायद पेशाब भरा हुआ था. उन्होंने बताया कि 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
क्षेत्र में स्थिति सोमवार के मुकाबले बेहतर रही. सोमवार की रात शहर में जमकर लूटपाट हुई, प्रदर्शनकारियों ने गोलियां चलायीं और कल से कम 12 भवनों को आग के हवाले कर दिया. बेल्मर ने बताया कि इस बार पुलिस ने सिर्फ आंसू गैस के गोले दागे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मुझे लगता है कि सामान्य तौर पर यह काफी बेहतर रात थी.
मिसौरी के गवर्नर जे निक्सन ने कहा कि फर्गुसन इलाके में ‘नेशनल गार्ड्स’ की संख्या तीन गुना बढाकर 2,000 कर दी गयी है ताकि स्थानीय पुलिस बल की मदद की जा सके. इससे पहले रात में फर्गुसन पुलिस थाने की दंगा-पुलिस ने करीब 100 प्रदर्शनकारियों को भगाया. वे सभी नारेबाजी कर रहे थे और उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनमें से एक पर लिखा था ‘हमें चुप नहीं कराया जा सकेगा.’
सोमवार के मुकाबले भीड हालांकि कम थी, लेकिन नकाबपोश प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झडप हुई. बाद में हिंसा ने भीषण रुप ले लिया. इसबीच हजारों की संख्या में लोग सडकों और फ्री-वे पर उतर आए, जिससे न्यूयॉर्क शहर के पुलों और सुरंगों में यातायात बाधित हो गया. इस वजह से कई लोगों को गिरफ्तार भी करना पडा.
शांतिपूर्ण भीड ने वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के सामने सडक पर प्रदर्शन किया. बिल्कुल ऐसे ही गुस्से से भरे लेकिन शांतिपूर्ण जुलूस पूरे देश में निकाले गए. देश के पश्चिमी हिस्से में ओकलैंड से लेकर स्टील और पूर्व में फिलाडेल्फिया से लेकर बाल्टिमोर तक लोग सडकों पर उतरे. ‘लॉस एंजिलिस टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, दंगा-निरोधी पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया.