आसनसोल: मध्य प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों से चुराये गये वाहनों की खपत पश्चिम बंगाल के उत्तरी व दक्षिणी जिलों में हो रही है. इस कार्य में लगे आपराधिक गिरोह जिला परिवहन कार्यालयों की मदद से सरकारी दस्तावेज भी बना ले रहे हैं. इन दस्तावेजों के आधार पर धड़ल्ले से इन वाहनों का परिचालन किया जा रहा है. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की पुलिस ने कांकसा थाना क्षेत्र में ऐसे ही एक ट्रक को जब्त करने में सफलता पायी है. हालांकि आरोपी अशोक कोनार पुलिस गिरफ्त में नहीं आ सका.
क्या है मामला
इंदौर जिले के संयोगितागंज थाना क्षेत्र के अवर निरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) विजय बहादुर मिश्र ने बताया कि संयोगितागंज निवासी मोहम्मद फारुख का 12 चक्के का ट्रक (एमपी-09 केसी-8924) 6 दिसंबर, 2009 को चोरी हो गया. इसकी प्राथमिकी थाने में दर्ज की गयी. काफी जांच के बाद भी इस ट्रक का कोई सुराग नहीं मिला.
पुलिस ने आरोप पत्र जमा कर दिया तथा बीमा कंपनी रिलायंस ने ट्रक मालिक को उनकी बीमा राशि का भुगतान भी कर दिया. अचानक एक माह पहले इस बीमा कंपनी को यूनाइटेड इंश्योरेंस कंपनी से जानकारी मिली कि इस ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसकी बीमा राशि का क्लेम किया गया है. ट्रक का चेसिस और इंजन नंबर समान होने के बाद निबंधन नंबर अलग था. इस समय ट्रक का नंबर डब्ल्यूबी-53ए-4956 था. इसके बाद बीमा कंपनी ने इसकी जानकारी संयोगितागंज थाना पुलिस को दी. इसके बाद इस मामले की जांच नये सिरे से शुरू की गयी.