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हरिवंश को 2014 का आचार्य तुलसी सम्मान

बेहतर समाज के निर्माण में पत्रकारों का अहम योगदान : आचार्य महाश्रमण नयी दिल्ली : अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर, नयी दिल्ली में जैन परंपरा और सादगी के साथ आयोजित भव्य समागम में प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश को 2014 के ‘आचार्य तुलसी सम्मान’ से सम्मानित किया गया. अनुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी के सान्निध्य […]

बेहतर समाज के निर्माण में पत्रकारों का अहम योगदान : आचार्य महाश्रमण
नयी दिल्ली : अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर, नयी दिल्ली में जैन परंपरा और सादगी के साथ आयोजित भव्य समागम में प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश को 2014 के ‘आचार्य तुलसी सम्मान’ से सम्मानित किया गया.
अनुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी के सान्निध्य में आयोजित समारोह में गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर 2013 का ‘आचार्य तुलसी सम्मान’ स्व. भूपतभाई वडोदरीया को प्रदान किया गया. समभाव ग्रुप के संस्थापक पत्रकार वडोदरीया ने गुजरात दंगों के दौरान साहसिक रिपोर्टिग की थी.
अपने आशीर्वचन में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि पत्रकार हवा के समान होते हैं. जैसे हवा सुगंध को वातावरण में फैलाने का काम करती है, वैसे ही पत्रकार सद्विचारों को समाज में फैलाते हैं. एक बेहतर समाज के निर्माण में पत्रकारों का अहम योगदान होता है.
गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने कहा कि आचार्य तुलसी ने आत्मा को न सिर्फ व्याख्यायित किया, बल्कि उसे जीया भी. वे जीवन मूल्यों के सृजन और साधना में आजीवन लगे रहे. सच्चे जीवन मूल्यों को चुन कर उसे आत्मसात करनेवाला साधु बन जाता है. इन मूल्यों को चुनने में पत्रकार और साहित्यकार समाज की मदद करते हैं. इसीलिए आचार्य तुलसी सम्मान के लिए ऐसे पत्रकारों का चयन किया जाता है, जिन्होंने बिना किसी प्रलोभन के निष्पक्ष और सरोकारी पत्रकारिता में अपना जीवन खपाया है. साध्वी कनकप्रभा ने कहा कि आज समाज में नैतिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है. ऐसे में पत्रकार और साहित्यकार का दायित्व है कि वे देश और समाज को दिशा देते रहें.
मुनि गुरु सुमेरलाल जी स्वामी ने कहा कि प्रलोभन को ठुकराने वाले व्यक्ति विरले होते हैं. नैतिक मूल्यों के साथ सत्य पर चलनेवाले व्यक्ति आचार्य तुलसी को प्रिय थे.
वरिष्ठ पत्रकार एवं सांसद हरिवंश ने कहा कि देश में चरित्र, नैतिकता और जीवन मूल्यों का संकट है. ऐसे वक्त में आचार्य तुलसी के विचार और मागदर्शन देश को नयी दिशा दे सकते हैं. इस मौके पर ‘आचार्य तुलसी सम्मान’ के रूप में उन्हें एक लाख रुपये, शॉल, शील्ड, चांदी का नारियल आदि देकर सम्मानित किया गया.
श्री हरिवंश ने कहा कि वे सम्मान के साथ प्राप्त राशि को फिक्स डिपोजिट के रूप में जमा करा देंगे और हर साल उससे मिलनेवाले ब्याज की राशि को गरीब बच्चों की पढ़ाई एवं इलाज आदि में खर्च करेंगे. समारोह को नवनीत के संपादक एवं नवभारत टाइम्स व धर्मयुग के पूर्व संपादक विश्वनाथ सचदेव, नूतन सवेरा के संपादक व ब्लिट्ज के पूर्व संपादक नंदकिशोर नौटियाल, सांसद अश्विनी कुमार चौबे आदि ने भी संबोधित किया. इससे पहले स्वागत भाषण आचार्य तुलसी महाप्रज्ञ विचार मंच के अध्यक्ष राजकुमार पुगलिया ने किया.

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