
भारत सरकार ने पहली बार सुप्रीम कोर्ट को हलफनामा देकर ऐसे तीन लोगों के नाम बताए हैं जिनका विदेशी बैंकों में गैर कानूनी तरीके से धन रखा है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इनमें डाबर कंपनी के पूर्व कार्यकारी निदेशक प्रदीप बर्मन, राजकोट के कारोबारी पंकज चिमनलाल लोढ़िया और गोवा की खनन कंपनी टिम्बलो के मालिक राधा एस टिम्बलो शामिल हैं.
इस तरह, इस सूची में किसी भी राजेनता का नाम शामिल नहीं है.
काले धन के मुद्दे पर पिछले दिनों खातेदारों के नाम बताने से इनकार करने वाली केंद्र सरकार अब तीन नाम उजागर किए हैं.
उधर, समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार डाबर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि विदेशी खाता सभी क़ानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर खोला गया है.
एक बयान में प्रवक्ता ने कहा, "हम बताना चाहते हैं कि यह खाता तब खोला गया था, जब प्रदीप प्रवासी भारतीय (एनआरआई) थे और क़ानूनी तौर पर यह खाता खोल सकते थे."
हालिया आम चुनावों में विदेशों में जमा काले धन को वापस लाना एक बड़ा मुद्दा था और सत्ता संभालते ही मोदी सरकार ने इस बारे में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया था.
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