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दिल्ली के झारखंड भवन से भी भागे योगेंद्र

रांची: हजारीबाग पुलिस ने 15 सितंबर को पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी का वारंट हासिल किया है. योगेंद्र साव रांची में खुलेआम घूमते दिखे और पुलिस हजारीबाग स्थित उनके हुरहुरू स्थित आवास में खोजने गयी. 15 सितंबर की शाम मंत्री ने हजारीबाग पुलिस को फोन करके बताया कि वह 16 […]

रांची: हजारीबाग पुलिस ने 15 सितंबर को पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी का वारंट हासिल किया है. योगेंद्र साव रांची में खुलेआम घूमते दिखे और पुलिस हजारीबाग स्थित उनके हुरहुरू स्थित आवास में खोजने गयी.

15 सितंबर की शाम मंत्री ने हजारीबाग पुलिस को फोन करके बताया कि वह 16 सितंबर को पुलिस के समक्ष पूछताछ के लिए हाजिर हो जायेंगे. 16 सितंबर को पुलिस उनका इंतजार करती रही, लेकिन वह नहीं गये. 16 सितंबर की रात ही वह गो एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली चले गये. 17 सितंबर को दिल्ली स्थित झारखंड भवन में रहे. अब वह कहां हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं है.

झारखंड भवन के कमरा नंबर 304 में रुके थे
योगेंद्र साव दिल्ली में झारखंड भवन के कमरा संख्या-304 में रुके . इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में योगेंद्र साव के झारखंड भवन में रूकने की खबर आते ही वह वहां से भी फरार हो गये. वर्तमान में पूर्व मंत्री कहां हैं, किसी को नहीं पता. जिस व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार कर सकती थी, वह व्यक्ति फरार हो गया. झारखंड भवन में राज्य सरकार के कई अधिकारी पदस्थापित हैं. वहां झारखंड पुलिस के जवान भी तैनात हैं, लेकिन किसी ने भी योगेंद्र साव को नहीं रोका और न ही हजारीबाग पुलिस ने दिल्ली पुलिस को वारंट भेज कर योगेंद्र साव की गिरफ्तारी का अनुरोध किया.

38 जवान तैनात थे सुरक्षा में
योगेंद्र साव जब कृषि मंत्री थे, तब उनकी सुरक्षा में 38 जवान तैनात थे. मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 36 पुलिसकर्मियों को वापस ले लिया गया था. लेकिन कागज पर दो अंगरक्षक आज भी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं. बताया जाता है कि 16 सितंबर की शाम जब योगेंद्र साव एयरपोर्ट पहुंचे थे, तब भी दोनों अंगरक्षक उनके साथ थे. योगेंद्र साव को एयरपोर्ट तक छोड़ने के बाद वह चले गये.

सीएम से मिले पत्नी, बेटी और पुत्र
रांची. पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की पत्नी निर्मला देवी ने अपने पुत्र व पुत्री के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रोजेक्ट भवन में मुलाकात की. पत्नी ने मुख्यमंत्री से श्री साव के खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट को निरस्त करने की मांग की. कहा कि श्री साव को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाना चाहिए. उनके पुत्र सुमित ने कहा कि इस्तीफे के पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि मामले की जांच सीआइडी से करायी जायेगी, लेकिन सीआइडी को जांच नहीं सौंपी गयी है. सीएम ने इस मामले में कानून सम्मत कार्रवाई का आश्वासन दिया. गौरतलब है कि 17 सितंबर की रात व 18 सितंबर की सुबह भी परिजनों ने सीएम से मुलाकात की कोशिश की थी, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी थी. इसके बाद परिजन प्रोजेक्ट भवन गये.

जेवीके और आम्रपाली का काम बंद करवाओ
हजारीबाग. झारखंड बचाओ आंदोलन संगठन के मुख्य सरगना मुकेश उर्फ प्रभात जी को हजारीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. जेल भेजे जाने से पहले मुकेश ने पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि योगेंद्र साव ने उससे कहा था कि जेवीके और सीसीएल की आम्रपाली परियोजना में काम बंद करवाओ. मंत्री ने यह भी कहा था कि झारखंड बचाओ आंदोलन और झारखंड टाइगर ग्रुप के साथ मिल कर काम करो. संगठन के लिए हथियार भी देंगे. मुकेश साव ने पुलिस को बताया है कि मंत्री योगेंद्र साव से उसकी मुलाकात राजू साव ने करायी थी. राजू उसके संगठन में था. राजू साव के साथ ही वह मार्च-2014 में योगेंद्र साव के हजारीबाग के हुरहुरु स्थित आवास पर मिला था. उसके बाद कई बार पूर्व मंत्री से मुलाकात हुई थी. पूर्व मंत्री से केरेडारी के बेलतू में भी मुलाकात होती थी. कई बार मोबाइल से भी बात हुई है. राजू साव वही उग्रवादी है, जिसे पूर्व मंत्री योगेंद्र साव अपने साथ लेकर घूमते थे. हेलीकॉप्टर में भी उनके साथ राजू साव होता था. राजू साव अभी जेल में बंद है.पुलिस ने मुकेश को जेल भेज दिया है. अलग संगठन बनाने से पहले वह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी के लिए काम करता था.

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