छत्तीसगढ. के सुकमा जिले की दरभा घाटी में माओवादियों द्वारा कांग्रेस नेताओं पर किये गये हमले व कत्लेआम के बाद देश में एक बार फिर उग्रवाद, नक्सलवाद, माओवाद व सुरक्षा व्यवस्था एवं इनके अंतर संबंधों पर बहस छिड़ी है.
बहस के केंद्र में ऑपरेशन ग्रीन हंट, सलवा जुडूम भी है. उग्रवाद व उसके खिलाफ संघर्ष की महत्वपूर्ण कड़ी एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) भी हैं.
उसकी भूमिका व जरूरत पर भी चर्चा लाजिमी है. क्योंकि स्थानीय स्तर पर पुलिस के लिए पहले सूचना प्रदाता वही होते हैं. उन्हें ही जमीनी स्तर पर उग्रवादियों से मुकाबला करना होता है.
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