महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले में एक बांध के टूट जाने के कारण सात लोगों की मौत हो गई है जबकि 20 लोग लापता हैं.
मुंबई से 200 किलोमीटर दूर कोंकण क्षेत्र में तिवरे बांध टूटने की वजह से सात गांवों में अचानक बाढ़ आ गई.
ज़िले के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि जहां बांध टूटा है वहां से काफी दूर सात लोगों के शव बरामद किए गए हैं.
बीबीसी मराठी सेवा की संवाददाता जान्हवी मुले के अनुसार, राहत और बचाव के लिए नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फ़ोर्स (एनडीआरएफ़) की टीम को बुलाया गया है. पुलिस और वालंटियर भी उनकी मदद कर रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, मंगलवार की रात 8.30 बजे बांध ओवरफ्लो होने लगा. इसके एक घंटे के अंदर ही बांध का एक हिस्सा टूट गया और आस पास के इलाक़े में अचानक बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई.
पिछले चार दिनों से मुंबई समेत कोंकण के इस तटीय इलाक़े में भारी बारिश हो रही है. मुंबई में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
मुंबई, पुणे और कल्याण में दीवार गिरने की अलग अलग घटनाओं में अबतक 27 लोगों की मौत हो चुकी है.
12 घंटे में 400 मिमी बारिश
मुख्यमंत्री देवेंद्र फ़ड़नवीस ने मीडिया को बताया कि अकेल मुंबई में मंगलवार को 12 घंटे में क़रीब 400 मिमी बारिश हुई, जोअभूतपूर्व है.
पुणे में दीवार गिरने की घटना के बाद मंगलवार की सुबह मलाड ईस्ट में भी एक दीवार गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई.
मख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की मदद का मुआवज़ा देने का ऐलान किया है.
भारी बारिश के कारण मुंबई में हवाई और रेल यातायात पर भी असर पड़ा है.
सोमवार को मुंबई एयरपोर्ट पर 167 लोगों को लेकर आ रहा स्पाइस जेट का विमान अधिक बारिश के कारण फिसल कर रनवे से बाहर चला गया था, इसके कारण 200 उड़ाने प्रभावित हुई थीं.
लोकल ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा है, हालांकि बुधवार की सुबह सेंट्रल रेलवे ने एक ट्वीट कर आवागमन की सामान्य बहाली की सूचना दी है.
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