आम हमारे देश में सबसे अधिक लोकप्रिय और सर्वसुलभ फल है. इसी कारण इसे फलों का राजा कहा जाता है. यह न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अति उत्तम माना जाता है.
आम में सैचुरेटेड फैट (संतृप्त वसा), कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्र काफी कम होती है. साथ ही यह आहार संबंधी फाइबर, विटामिन इ-6, विटामिन ए का भी अच्छा स्नेत माना जाता है. कई लोग डरते हैं कि आम खाने से कहीं उनका वजन न बढ़ जाये या फिर आम खाने से कहीं उनके ब्लड कोलेस्ट्रॉल की मात्र न बढ़ जाये. लेकिन वास्तविकता यही है कि आम खाने से उतना अधिक वजन नहीं बढ़ता है. यदि इसका अत्यधिक सेवन किया जाये, तो ही संभव है कि वजन बढ़े. यदि आप आम को नियंत्रित हो कर खाते हैं, तो इससे वजन नहीं बढ़ता, बल्कि स्वास्थ्य को लाभ ही होता है. गरमी में आम खाना अच्छा है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को आम का सेवन कम करना चाहिए.
इसमें हैं अनेक पोषक तत्व
इसमें विटामिन सी, विटामिन इ-6, पोटैशियम, कॉपर और विटामिन ए होता है. यह फैट फ्री और लो कोलेस्ट्रॉल वाला फल है. इसमें आयरन, फाइबर और काबरेहाइड्रेट होते हैं.
क्या हैं फायदे : आम कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है. आम में हाइ लेवल में विटामिन सी, पेक्टिन और रेशा होता है, जो सीरम कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है. ताजे आम में पोटैशियम ज्यादा होता है, जो ब्लड प्रेशर और हर्ट रेट को नियंत्रित रखता है.
जूस बेहतर या ताजे आम : जूस की जगह पर ताजा आम खाना ज्यादा फायदेमंद है. जूस में समूचे आम की तरह रेशे नहीं प्राप्त होते.
एक दिन में कितना खाएं
दिन में दो या तीन आम खाना ठीक होता है. एक मध्यम आकार के आम में लगभग 135 कैलोरी होती है. अगर आप दिन में पांच बार कुछ-न-कुछ खाते हैं, तो कम-से-कम एक समय का भोजन हटा कर उसकी जगह पर दो या तीन आम खा सकते हैं. ब्रेकफास्ट की जगह पर तीन आम खा सकते हैं. आम का अत्यधिक सेवन वजन बढ़ा सकता है.
सुमिता कुमारी
डायटीशियन
डायबिटीज एंड ओबेसिटी
केयर सेंटर, पटना