सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों से पता चलता है कि उत्तरी इराक़ के कब्ज़ा किए गए इलाकों में आईएसआईएस ने बहुत सारे धार्मिक स्थलों को तबाह कर डाला है.
मोसुल शहर में एक शिया दरगाह अल कुब्बाहुसैनिया को विस्फोट करके उड़ा दिया गया.
मोसुल में चरमपंथियों ने "लड़की के मक़बरे" पर बुलडोजर चलवा दिया.
सुन्नी चरमपंथी कब्रों और मक़बरों की इबादत को इस्लाम की शिक्षा के ख़िलाफ़ मानते हैं.
चरमपंथियों ने ताल अफ़ार में साद बिन अक़ील हुसैनिया के मक़बरे को भी तबाह कर डाला है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ आईएसआईएस के चरमपंथियों ने मोसुल में चर्चों को भी निशाना बनाया है.
कुछ तस्वीरों में ताल अफ़ार के पास महलाबिया ज़िले में अहमद अल रीफाई के दरगाह पर बुलडोजर चलाते हुए दिखाया गया है.
चरमपंथियों ने शिया और सुन्नी दोनों को धार्मिक स्थलों पर हमला किया है और जिन धार्मिक स्थलों को वो नहीं मानते उन्हें तबाह करते रहने की क़सम खाई है.
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