बर्मा के मांडले शहर में मुसलमानों की दुकानों और एक मस्ज़िद को बौद्धों की भीड़ ने निशाना बनाया है.
माना जा रहा है कि यह घटना उस अफ़वाह की वजह से हुई जिसमें कहा गया कि एक बौद्ध महिला का मुसलमानों ने बलात्कार कर दिया है.
मुसलमानों पर हमला करने निकले 500 से ज़्यादा बौद्धों की भीड़ रोकने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
स्थानीय ख़बरों के मुताबिक़ तीन बौद्ध घायल हुए और अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक़ एक मुसलमान व्यक्ति को गोली लग गई थी.
साल 2012 के बाद से बर्मा में मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा की घटनाएं हुई हैं.
अफ़वाह से तनाव
बर्मा में मुसलमान अल्पसंख्यक हैं.
बीबीसी के जोनाह फिशर कहते हैं कि यह तनाव उस समय भड़का जब एक ब्लॉगर ने एक पोस्ट में लिखा कि दो मुसलमान युवकों ने एक बौद्ध महिला का बलात्कार किया है.
इस पोस्ट को मांडले के सबसे विवादास्पद बौद्ध भिक्षु अशिन विराथू ने अपने फ़ेसबुक पर साझा कर दिया.
ख़़बरों के मुताबिक़ बाद में मंगलवार की रात बौद्धों का एक समूह मांडले के मुस्लिम इलाक़े में दुकानों में तोड़फोड़ करने लगे और गाड़ियों में आग लगाने लगा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ बुधवार को पुलिस ने गलियों में आमने-सामने आ गए मुस्लिमों और बौद्धों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलियाँ चलाईं.
(बीबीसी हिंदी का एंड्रॉयड मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें. आप ख़बरें पढ़ने और अपनी राय देने के लिए हमारे फ़ेसबुक पन्ने पर भी आ सकते हैं और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)