बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिले में पंचायत चुनाव के पहले विपक्षियों की विभिन्न कमजोरियों को मुद्दा बना कर तृणमूल कांग्रेस ने अपना चुनावी प्रचार तेज कर दिया है. इस जिले के कुल 65 ग्राम पंचायत में से ज्यादातर ग्राम पंचायत वाममोरचा के कब्जे में है. माकपा की व्यर्थताओं को तृणमूल अपना चुनावी हथियार बना लिया है.
दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर के पंचायत चुनाव में इसबार अधूरे बने ऑडिटोरियम को मुद्दा बनाया गया है. वाम संचालित दक्षिण दिनाजपुर जिला परिषद ने वर्ष 2005 में बुनियादपुर में एक ऑडिटोरियम बनाने का निर्णय लिया था. इस परियोजना के लिए 30 लाख रुपये खर्च भी किये गये.
फंड में अभी भी 40 लाख पड़ा हुआ है. इसके बाद भी ऑडिटोरियम का काम आज भी अधूरा है. महकमा शहर होने के बावजूद बुनियादपुर को महकमा का दर्जा नहीं मिला है. यहां एक कारखाना तक नहीं है.
नगरपालिका की विभिन्न सुविधाओं से यहां के लोग वंचित हैं. इन सब मुद्दों को लेकर तृणमूल कांग्रेस चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं. दक्षिण दिनाजपुर जिला परिषद के उपाध्यक्ष मागदालिना मुमरू ने उक्त आरोपों को स्वीकार लिया है.
जिला परिषद के लोक निर्माण विभाग का कहना है कि बिना किसी परियोजना के ऑडिटोरियम बनाने का काम शुरू किया गया था. जिसलिए आठ सालों में भी यह तैयार नहीं हो पाया. मंच से लेकर लाइट, साउंड सिस्टम, हाल विभिन्न विषयों को लेकर समस्याएं बनी हुई है.