इस दो अक्तूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है. देश और दुनिया में सत्य और अहिंसा की नयी राह दिखानेवाले मोहनदास करमचंद गांधी सिर्फ नाम नहीं बल्कि विचार है.
महात्मा गांधी को करीब से जाननेवाला, जीवन जीने की कला सहज ही जान-समझ सकता है.ये हैं गांधीजी के प्रेरक विचार, जिन्हें आप अपनी जिंदगी में शामिल कर सफलता के शिखर तक पहुंच सकते हैं. आइए जानें –
अपने विचार, शब्द और कर्म के बीच पूरा सामंजस्य रखें. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें.
मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन.
हमेशा याद रखें, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं, उसके चरित्र से होती है.
घृणा पाप से करो, पापी से नहीं.
प्रसन्नता ही एकमात्र ऐसा इत्र है, जिसे अगर आप दूसरों पर छिड़केंगे तो कुछ बूंदें आप पर भी गिरेंगी.
अपने आप को पाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि खुद को दूसरों की सेवा में खो दें.
अगर आंख के बदले आंख की सोच को बदला ना गया तो यह एक दिन पूरी दुनिया को अंधा बना देगी.
हर रात जब मैं सोने जाता हूं, तब मर जाता हूं और अगली सुबह मेरा पुनर्जन्म होता है.
डर क्या है? ये तो शरीर की बीमारी नहीं है. यह हमारी आत्मा को मारता है.
सत्य एक है, लेकिन उस तक पहुंचने के मार्ग अनेक.
मौन ही सबसे सशक्त भाषण है. मौन की ताकत समझिए. धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी.
समझदार व्यक्ति काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख व्यक्ति काम करने के बाद.
अपने प्रयोजन में विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर इतिहास के रुख को बदल सकता है.
कुछ लोग सफलता के सिर्फ सपने देखते हैं जबकि कुछ लोग मेहनत कर सफलता हासिल करते हैं.
जो समय बचाते हैं, वो धन बचाते हैं. बचाया हुआ धन हमारे कमाये हुए धन के बराबर है.
पुस्तकों का मूल्य रत्नों से कहीं अधिक होता है, क्योंकि पुस्तकें भविष्य को उज्ज्वल करती हैं.
विश्वास करना वास्तव में एक गुण है. अविश्वास तो दुर्बलता की जननी है.
आप मेरे शरीर को नष्ट कर सकते हैं, मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, लेकिन मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते हैं.
संभव है कि आप जो कर रहे हों, वह कम महत्व का हो. लेकिन, सबसे ज्यादा अगर कुछ महत्वपूर्ण है तो वो यह कि आप कुछ करें.
गांधीजी से भारतीय ही नहीं, विदेशी हस्तियां भी प्रभावित
महात्मा गांधी की विचारधारा से सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशी हस्तियां भी प्रभावित हुईं. इनमें नेल्सन मंडेला से लेकर बराक ओबामा तक जैसे नाम शामिल हैं.
ऐसे में गांधीजी के 150वें जयंती वर्ष मनाने के लिए आयोजित हो रहे कार्यक्रमों में शरीक होने के लिए भारत आये संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने गांधी को इतिहास के सबसे पूजनीय नेताओं में से एक बताते हुए कहा है कि वह महान सामाजिक, राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता थे.
उनके सत्य और अहिंसा के संदेश ने पूरे विश्व को प्रभावित किया. इसी कारण 2007 में यूएन महासभा ने उनकी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया था.
आज के दौर में गांधीजी के विचारों की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा है कि इस समय गांधी की सीख और उनकी विरासत को संरक्षित करने की जरूरत है. तभी हम पूरे विश्व की जातीय और धार्मिक विविधता का जश्न मना पायेंगे.