क्या संविधान के अनुच्छेद 370 को ख़त्म कर दिया जाना चाहिए?
जम्मू कश्मीर राज्य को भारतीय संघ से जोड़ने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के बयान से एक ज़बरदस्त विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने संकेत दिए थे कि नरेंद्र मोदी सरकार इस व्यवस्था को ख़त्म करने के लिए बहस-मुबाहिसे की शुरुआत कर चुकी है.
लेकिन फिर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लगभग ग़ुस्से में भरकर कहा कि अगर ये अनुच्छेद हटाया गया तो जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं रह जाएगा.
कश्मीरी लोग कहते हैं कि पिछले 65 बरसों में केंद्र ने अनुच्छेद 370 को काफ़ी कमज़ोर कर दिया है.
पर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा 370 का विरोध करते रहे हैं. तो क्या वाक़ई अनुच्छेद 370 को ख़त्म कर दिया जाना चाहिए?
इसी मुद्दे पर शनिवार इंडिया बोल में बहस हुई. इस बहस में शामिल हुए संघ विचारक राकेश सिन्हा और नेश्लन कॉफ्रेस के प्रवक्ता जुनैद मट्टू.