‘रेगिस्तान में पानी’ ये शब्द सुनने में ही अजीब लगते हैं. लेकिन कुछ वैज्ञानिकों ने रेगिस्तान से पानी निकाल लिया है, और वो भी पीने का पानी.
जॉर्डन और अमरीका से ताल्लुक रखने वाले वैज्ञानिक उमर याघी ने ये अनोखा बॉक्स तैयार किया है. ये बॉक्स रेगिस्तान की हवा से पीने का पानी निकाल लेता है.
सबसे ख़ास बात कि इसे काम करने के लिए बिजली की ज़रूरत भी नहीं पड़ती. साथ ही इसे दुनिया के किसी भी रेगिस्तान में लगाया जा सकता है.
याघी कहते हैं, "दुनिया की एक तिहाई आबादी कम पानी वाले इलाकों में रहती है, ऐसे में इस तरीके से पानी की समस्या को कुछ हद तक हल किया जा सकता है. ये एक बेहतरीन तरीका है."
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कैसे काम करता है ये बॉक्स
हवा से पानी निकालने वाले इस बॉक्स में और भी कई बॉक्स होते हैं. ये बॉक्स धातुओं से बने हैं.
अंदर वाले बॉक्स में एमओएफ़ की एक परत होती है. एमओएफ़ यानी मेटल ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क. एमओएफ़ एक नई तरह का पदार्थ है जिसे वैज्ञानिक उमर याघी ने तैयार किया है.
एमओएफ़ दिखने में धूल की तरह होता है. ये रात को रेगिस्तान में बनने वाली पानी की वाष्प (भाप) को अपनी ओर खींचता है. इसके बाद वो इस भाप को सोख लेता है.
अंदर वाले बॉक्स के भीतर एक और बॉक्स होता है. ये बॉक्स प्लास्टिक का होता है. इस बॉक्स के ढक्कन को रात की नमी सोखने के लिए खुला छोड़ दिया जाता है.
दिन होने पर इस बॉक्स के ढक्कन को बंद कर दिया जाता है. जिसके बाद सूरज की गर्मी पड़ने से ये ग्रीनहाउस की तरह काम करता है.
गर्मी की वजह से एमओएफ़ से पानी की भाप निकलती है. ये पानी बॉक्स के अंदर जमा हो जाता है और धीरे-धीरे नीचे गिरता है. वहां से ये पानी एक पाइप की मदद से इकट्ठा कर लिया जाता है.
एमओएफ़ पानी को सोख तो लेता है लेकिन वो इसे ज़्यादा देर तक पकड़कर नहीं रख पाता.
इस बॉक्स को तैयार करने वाले वैज्ञानिक उमर याघी को नई-नई तकनीक विकसित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई अवार्ड मिल चुके हैं.
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150 गुना सस्ता
वैज्ञानिक उमर याघी ने अपनी टीम के साथ एरिज़ोना रेगिस्तान में इस अद्भुत बॉक्स का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.
एरिज़ोना के रेगिस्तान से प्रति किलोमीटर 200 मिली लीटर पानी (एक ग्लास के बराबर) इकट्ठा किया किया गया.
इस बॉक्स की खासियत है कि ये पानी में कोई कूड़ा-करकट नहीं छोड़ता. इसलिए इसे बिना किसी ट्रीटमेंट के सीधे पिया जा सकता है.
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जल्द ही इस वॉटर हार्वेस्टर बॉक्स को दूसरी तरह के एमओएफ़ के साथ भी टेस्ट किया जाएगा. इनमें एल्युमीनियम से बना एमओएफ़ 303 इस्तेमाल किया जाएगा.
एल्युमीनियम से बना एमओएफ़ वर्तमान में इस बॉक्स में इस्तेमाल धातु से ज़्यादा सस्ता होगा और पानी भी दोगुना निकाल सकेगा.
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