23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

करें आकाश से दोस्ती

कॉमर्शियल पायलट रोमांच से भरा और युवाओं का पसंदीदा कैरियर है. इसकी ओर रुख करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है. इसके बाद कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस की ट्रेनिंग के लिए कदम बढ़ाया जा सकता है. खुद के साथ लोगों को आकाश की सैर करवानेवाले इस कैरियर के बारे में आइए जानें. पायलट बनना युवाओं […]

कॉमर्शियल पायलट रोमांच से भरा और युवाओं का पसंदीदा कैरियर है. इसकी ओर रुख करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है. इसके बाद कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस की ट्रेनिंग के लिए कदम बढ़ाया जा सकता है. खुद के साथ लोगों को आकाश की सैर करवानेवाले इस कैरियर के बारे में आइए जानें.

पायलट बनना युवाओं का सपना होता है. रौशन सिंह नाम के हमारे एक युवा पाठक का भी यही सपना है, जो उन्होंने हमसे बांटा. 12वीं की पढ़ाई कर रहे रौशन सिंह कॉमर्शियल पायलट बनने का ख्वाब रखते हैं, पर किस रास्ते चल कर उन्हें यह मंजिल मिलेगी, इसके बारे में वे ज्यादा कुछ नहीं जानते. यह स्थिति सिर्फ रौशन की नहीं, बल्कि उनकी उम्र के कई युवाओं की है. आइए आपको बताते हैं कि आप कॉमर्शियल पायलट के रूप में कैसे कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं.

कैरियर क्षेत्र

एक हवाइ जहाज, उसमें बैठे सैकड़ों यात्री को अपने दिमाग और एक उंगली के संचालन से आकाश में घुमाना. यह काम होता है एयरक्राफ्ट पायलट का. कॉमर्शियल पायलट का प्रोफेशन चुनौतियों से पूर्ण लेकिन सुखद होता है. बस इतना ही नहीं अच्छा पैसा, जटिल मशीनों के साथ हवा में उड़ने का मौका सभी कुछ इस कैरियर में मिलता है. एक और फायदा है पायलट का कैरियर चुनने में. वो यह कि 17 वर्ष की उम्र से ही इच्छुक युवा ट्रेनिंग की शुरुआत कर सकता है. एक से दो वर्ष में लाइसेंस मिलने की संभावना होती है और ट्रेनी के रूप में शुरुआत की जा सकती है. 25 वर्ष की उम्र होने तक कैप्टन पद पर पहुंच सकता है.

जानें कोर्स और योग्यता

सबसे पहले यह जान लें कि कॉमर्शियल पायलट बनने के लिए कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस होना जरूरी है. अपने देश में यह लाइसेंस, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा दिया जाता है.

कॉर्मशियल पायलट की ओर पहला कदम बढ़ाने के लिए युवाओं का 12वीं पास होना जरूरी है. वह भी इंगलिश, मैथमेटिक्स और फिजिक्स विषयों से. सबसे पहले छात्र को डीजीसीए से मान्यता प्राप्त संस्थान में पायलट ट्रेनिंग कोर्स के लिए प्रवेश लेना होता है. इन संस्थानों में दाखिला लिखित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मिलता है. इसके लिए विद्यार्थी का मेडिकली फिट होना आवश्यक है. कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए 200 घंटे का फ्लाइंग और थ्योरी पेपर पास करना जरूरी होता है. इसके लिए फ्लाइट प्लानिंग, एयर नेविगेशन, एविएशन मीटरोलॉजी, एयर फ्रेम्स एंड इंजंस, एयर रेग्युलेटर्स, कॉकपिट रिसोर्स मैनेजमेंट जैसे विषय पढ़ाये जाते हैं.

कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस

कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल) प्राप्त करने के पहले ट्रेनिंग के लिए युवाओं का चयन किया जाता है. इसमें लिखित परीक्षा, पायलट एप्टीट्यूड टेस्ट और इंटरव्यू होता है. लिखित परीक्षा में मैथ्स, फिजिक्स, जनरल इंगलिश और रीजनिंग से प्रश्न पूछे जाते हैं. इसे पास करने के बाद पायलट एप्टीट्यूड टेस्ट और इंटरव्यू होता है.

स्टूडेंट पायलट लाइसेंस

स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (एसपीएल), राज्य के फ्लाइंग क्लबों द्वारा आयोजित परीक्षा होती है. इसमें एयर रेग्युलेशंस, एविएशन मीटरोलॉजी, एयर नेविगेशन, एयर टेक्निकल विषयों से चीजें पूछी जाती हैं.

योग्यता : इस परीक्षा का हिस्सा बनने के लिए छात्र की उम्र 16 वर्ष और 10वीं पास होना आवश्यक है. मेडिकल फिटनेस का सर्टिफिकेट और 10,000 रुपये सिक्योरिटी क्लियरेंस और बैंक गारंटी देनी होती है.

प्रशिक्षण है खास

प्रशिक्षण के दौरान पहले शैक्षणिक पढ़ाई करवायी जाती है. इसके बाद फ्लाइट इंस्ट्रक्टर्स, फ्लाइट ट्रेनिंग शुरू करते हैं. ट्रेनिंग की शुरुआत ड्यूअल फ्लाइट से होती है. 15 घंटे या उससे ज्यादा की ड्यूअल फ्लाइट में फ्लाइंग के बाद अकेले उड़ान भरने की अनुमति मिलती है. सीपीएल प्राप्त करने के लिए इच्छुक युवा को पांच थ्योरी पेपर और 200 घंटे की फ्लाइंग पास करनी होती है. 200 घंटे में 100 घंटे अकेले उड़ना होता है, 25 घंटे क्रॉस कंट्री उड़ान भरनी होती है, 10 घंटे इंस्ट्रमेंट फ्लाइंग और पांच घंटे रात में उड़ान भरनी होती है.

कहां मिलता है रोजगार

सीपीएल प्राप्त करने के बाद प्राइवेट एयरलाइंस में ट्रांसपोर्ट, कार्गो पायलट बन सकते हैं. कॉमर्शियल हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भी काम कर सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें