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‘आइ कैन किक दिस फुटबॉल’

तकनीकी विकास में जापान अग्रणी देश रहा है. वहां की होंडा कंपनी ने एक अत्याधुनिक रोबोट बनाया है, जिसका नाम है असिमो. इसे करीब से देखने की उत्सुकता में अमेरिकी राष्ट्रपति को भी इससे मिलने आना पड़ा. इसकी खूबियों के बारे में जानोगे तो तुम भी हैरत में पड़ जाओगे. तुम्हें असिमो से परिचय करवा […]

तकनीकी विकास में जापान अग्रणी देश रहा है. वहां की होंडा कंपनी ने एक अत्याधुनिक रोबोट बनाया है, जिसका नाम है असिमो. इसे करीब से देखने की उत्सुकता में अमेरिकी राष्ट्रपति को भी इससे मिलने आना पड़ा. इसकी खूबियों के बारे में जानोगे तो तुम भी हैरत में पड़ जाओगे. तुम्हें असिमो से परिचय करवा रही हैं पूजा दीदी.

हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा जापान गये थे. वहां उन्होंने नेशनल म्यूजियम ऑफ इमर्जिग साइंस एंड इनोवेशन विजिट किया. जापान सरकार की ओर से विशेष कार्यक्रम आयोजित की गयी थी, जिसमें विज्ञान के क्षेत्र में हुई खोजों की झलकियां भी दिखायी गयीं. इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था- असिमो. यह स्वचालित रोबोट है, जिसे कंप्यूटर और अन्य वायरलेस डिवाइस से कंट्रोल किया जा सकता है.

10 साल के बच्चे जितना ऊंचा असिमो जब ओबामा के पास पहुंचा, तो ओबामा उसे देखते रह गये. उसने ओबामा के पास जाकर कहा- ‘नाइस टू मीट यू.. आइ कैन किक दिस फुटबॉल’. ओबामा असिमो को देख कर बेहद प्रभावित हुए और उसके साथ खूब फुटबॉल खेला. असिमो का पूरा नाम एडवांस्ड स्टेप इन इनोवेटिव मोबिलिटी है. यह विश्व प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल कंपनी होंडा द्वारा निर्मित ह्यूमनॉइड रोबोट है. इसे साल 2000 में 21 अक्तूबर को पहली बार लांच किया गया था. तब से आज तक इसके स्ट्रक्चर और खूबियों में कई सुधार हुए. इसके निर्माण का कार्य 25 वर्ष पूर्व ही शुरू हुआ था. इतने वर्षो के अथक प्रयास और शोधों के बाद यह हमारे सामने आया. इसके 10 साल पूरे होने पर होंडा ने कुछ शॉर्ट फिल्म्स बनाये. इनमें असिमो के खास पलों जैसे- वल्र्ड लीडर्स के साथ मुलाकात, यूरोपियन पार्लियामेंट की यात्रा, दुनिया भर के साइंस म्यूजियम्स की यात्र और बच्चों के साथ की गयी एक्टिविटी आदि शामिल किये गये हैं.

फीचर्स एंड टेक्नोलॉजी : असिमो का पहला वजर्न साल 2000 में आया. इसके बाद लगातार इसमें सुधार हुए. दिसंबर, 2006 में टोक्यो में हुई प्रदर्शनी में सीढ़ी चढ़ने के दौरान यह गिर गया था, तब इसमें सुधार कर दौड़ने और सीढ़ियां चढ़ने लायक बनाया गया. इसमें 3डी प्रोसेसर, सिग्नल कंवर्टर और मेमोरी चिप लगी है. इसके मूवमेंट को कंट्रोल करनेवाला कंप्यूटर इसकी बॉडी के सेंटर यानी कमर पर स्थित है. इसे वायरलेस कंट्रोलर या वॉयस कमांड से संचालित किया जाता है. संतुलन के लिए इसके कुल वजन को कमर पर केंद्रित किया गया है. यह 34 डिग्री तक हाथों व पैरों को फोल्ड कर सकता है. इससे इसे दरवाजा खोलने, स्विच ऑन करने, छोटे-मोटे सामान को उठाने में आसानी होती है. बॉडी स्ट्रक्चर मैग्निशियम एलॉय का बना है. उसके ऊपर मोटे और मजबूत प्लास्टिक की परत है.

कार्य क्षमता : यह लगभग हर तरह का काम कर सकता है. इसका निर्माण उन लोगों को ध्यान में रख कर किया गया है, जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं. यह मनुष्य की अवस्था को समझ सकता है. इससे असिमो को व्यक्ति की मदद करने में सहायता मिलती है. यह स्थिर और गतिमान वस्तुओं को पहचान सकता है. इसके अलावा बदलते वातावरण, विभिन्न प्रकार की आवाजों, चेहरे के हाव-भाव को भी समझ सकता है. इसमें आंखों की जगह पर दो कैमरे लगे हैं, जो इसके सीपीयू तक इनफॉरमेशन पहुंचाते हैं. कैमरे की मदद से यह दूरी और दिशा तय करता है. यह वॉयस कमांड को भी समझता है. जब भी तुम इससे हाथ मिलाने की कोशिश करोगे, यह हाथ हिला कर तुरंत प्रतिक्रिया देगा. यह एम्बियंस साउंड और ह्यूमन वायस में भेद करना जानता है.

असिमो अराउंड द वर्ल्ड
इस रोबोट को दुनिया भर के लोगों ने देखा, जाना और सराहा है. अमेरिका में इसे 2002 में पहली बार प्रदर्शित किया गया. जनवरी 2003 से 2005 तक यह यूएसए और कनाडा की यात्र करता रहा. इस दौरान एक लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों ने इसकी खूबियों के बारे में जाना. यूएस में होंडा के 50 साल पूरे होने पर 2008 में असिमो ने डेट्रॉयड सिंफनी आर्केस्ट्रा को कंडक्ट किया. वहां इसकी 49 फुट की मूर्ति चावल, चुकंदर आदि से बनायी गयी. होंडा ने इससे जुड़े कई फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट्री सोशल साइट पर शेयर किये हैं.

असिमो का नया घर डिजनीलैंड
असिमो आजकल अमेरिका के डिजनीलैंड में है. यहां ‘से हेलो टू होंडाज असिमो’ नाम से 15 मिनट का लाइव शो होता है. इसमें एजुकेशनल प्रेजेंटेशन के दौरान असिमो की खूबियों के बारे में बताया जाता है. यह डिजनीलैंड के टूमॉरोलैंड पार्क का हिस्सा है. इसमें भविष्य में इनसानी जिंदगी में रोबोट की अहमियत को बताया जाता है. प्रेजेंटेशन में रोबोट के विकास और इंजीनियरों के प्रयास के बारे में भी बताया जाता है. यहां गेस्ट को मैक गियर्स के घर में इनवाइट किया जाता है, जहां वे असिमो से मिल सकते हैं. बच्चे जब घर जैसे वातावरण में असिमो को चलते-फिरते, काम करते, खेलते-कूदते, सीढियां चढ़ते और यहां तक कि डांस करते देखते हैं, तो बेहद खुश और रोमांचित हो जाते हैं. इसके वीडियो यूट्यूब पर भी देखे जा सकते हैं. इसे देख कर तुम भी रोमांचित हो जाओगे.

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