शासन की सबसे निचली सीढ़ी-पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी को आवश्यक मानते हुए 50 प्रतिशत आरक्षण से न सिर्फ सत्ता में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के जीवन, योगदान के संदर्भ में भी महत्व मिला है.
इसके माध्यम से स्थानीय स्तर के नेतृत्व को उभरने का मौका मिला तथा उन्हें राजनीतिक प्रक्रिया में भागीदारी के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं. आरक्षण महिलाओं के हितों की रक्षा करने के साथ-साथ उनकी सामाजिक बाधाओं को भी कम कर रहा है.
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