वाशिंगटन : अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग का कहना है कि एच-1बी वीजा देने के क्रम में अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी को सभी आवेदनों का मौके पर जाकर सत्यापन करने की प्रक्रिया में सुधार करने की जरूरत है, ताकि वीजा प्रणाली में धोखाधड़ी से बचा जा सके. अमेरिका जाने वाले पेशेवरों में सबसे ज्यादा मांग एच-1बी वीजा की है.
इंस्पेक्टर जनरल के कार्यालय ने इस सप्ताह जारी अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाएं (यूएससीआईएस) बार-बार कानून का उल्लंघन करने वालों के आवेदनों को रोकने की दिशा में ज्यादा काम कर सकता है और बाहरी पक्षकारों के साथ भी सहयोग कर सकता है.
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दरअसल, एच1बी वीजा के माध्यम से विदेशी पेशेवरों को नौकरी देने वाली कंपनियों में जाकर वीजा जांच करने की जिम्मेदारी यूएससीआईएस की होती है. इंस्पेक्टर जनरल का कहना है कि एजेंसी यह दिखाने में असफल रही है कि एच-1बी वीजा कार्यक्रम के सुधार में मौका मुआयना कैसे योगदान कर रहा है.
इंस्पेक्टर जनरल रिपोर्ट में कहा गया है कि इन चुनौतियों से निपटे बगैर यूएससीआईएस का मौका मुआयना एच-1बी वीजा कार्यक्रम को पूरी तरह सुरक्षित नहीं बनाता है और एजेंसी यह सुनिश्चित करने में असफल रहती है कि मौका मुआयना पर खर्च धन का उन्होंने सही उपयोग किया है.
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रिपोर्ट के अनुसार, यूएससीआईएस प्रत्येक वर्ष 3,30,000 से ज्यादा एच-1बी वीजा आवेदनों को मंजूरी दे सकता है. अप्रैल, 2017 तक एजेंसी ने 6,80,000 वीजा आवेदनों को मंजूरी और वैधता प्रदान की है.
इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि यूएससीआईएस सीमित संख्या में मौका मुआयना करती है और यह सुनिश्चित नहीं करती है कि वीजा जांच के दौरान उसके अधिकारी विस्तृत और बारीकी से जांच करें. यहां तक कि अधिकारियों को संभावित धोखाधड़ी या उल्लंघन का पता चलता है, तो यूएससीआईएस उस पर हमेशा समुचित कार्वाई नहीं करता.