चीन के साथ डोकलाम विवाद के बाद ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने चीन के शियामन पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स नेताओं की बैठक के बाद प्लैनरी सत्र को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री के बयान की प्रमुख बातें.
- शांति और विकास के लिए आपसी सहयोग ज़रूरी है.
- ब्रिक्स ने सहयोग के लिए एक मज़बूत आधार तैयार किया है. अनिश्चितता की ओर बढ़ रही दुनिया में स्थायित्व और विकास के लिए योगदान किया है.
- आज हम कृषि, संस्कृति, पर्यावरण, ऊर्जा, खेल और सूचना प्राद्योगिकी जैसे विविध क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं.
- लोग एक दूसरे से मिल रहे हैं और ये अंतर-सम्मिलन हमारी आपसी समझ को और गहरा और मज़बूत करेगा.
- हम ग़रीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, ऊर्जा और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में हैं.
- हमारे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम उप्तापदकता को बढ़ा रहे हैं और महिलाओं को मुख्यधारा में ला रहे हैं.
- हमारी केंद्रीय बैंकों को अपनी क्षमताओं को और बढ़ाना होगा और प्रत्यावर्तनीय रिजर्व व्यवस्था और आईएमएफ के बीच सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए.
- ब्रिक्स देश अंतरराष्ट्रीय सौर ऊर्जा गठबंधन से सौर ऊर्जा एजेंडे को और मज़बूत कर सकते हैं.
- ब्रिक्स को रेटिंग एजेंसी जल्द बनानी चाहिए ताकि विकसित देशों देशों के स्वायत्त और कार्पोरेट संस्थानों की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा किया जा सके.
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