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Ola Scam: ऐप में खामी का फायदा उठाकर पैसेंजर्स से दोगुना किराया वसूल रहे ड्राइवर, यहां समझें पूरा खेल

Ola scam, Ola cab, Ola Driver, Ola fraud, Ola app, Ola news: अगर आप आये दिन शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ओला कैब (Ola Cab) की सेवा लेते हैं, तो हो सकता है कि आप बड़ी ठगी का शिकार हो रहे हैं. जी हां, ओला कैब के कुछ ड्राइवरों (Ola Cab Drivers) ने ओला ऐप ola app में इन दिनों एक खास तरह की तकनीकी खामी यानी टेक्निकल ग्लिच का फायदा उठाते हुए कस्टमर्स को चूना लगाने का नायाब तरीका निकाल लिया है.

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पिछले दिनों मुंबई पुलिस ने तीन ओला कैब ड्राइवरों (Ola Cab Drivers) को ऐसी ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया. इन ड्राइवरों ने ओला ऐप की एक ग्लिच का फायदा उठाते हुए यात्रियों से निर्धारित डेस्टिनेशन की दूरी बढ़ाकर अपने ग्राहकों से ज्यादा किराया वसूला था. इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच जांच में जुटी हुई है और इसमें एक बड़े नेक्सस के शामिल होने का अंदेशा है. बताया जा रहा है कि इस ठगी में 50 से अधिक कैब ड्राइवर शामिल हैं, जिन्होंने अलग अलग वक्त पर अपने अपने ग्राहकों से वाजिब से ज्यादा किराया वसूला.

कैसे होती है ठगी?

ओला ऐप में मौजूद तकनीकी खामी (टेक्निकल ग्लिच) का फायदा उठाकर ड्राइवर कुछ ऐसा खेल करते हैं कि ऐप में जब गाड़ी किसी ब्रिज या फ्लाईओवर के नीचे होती है, तब GPS में वह ब्रिज के ऊपर चलती हुई दिखती है. इस दौरान ठगी करने के लिए ड्राइवर ऐप को ब्रिज के नीचे रहने तक की दूरी तक बंद कर देते हैं, और ब्रिज क्रॉस करने के बाद ऐप को फिर से चालू कर देते हैं. इससे GPS रीरूट करने के लिए नया रास्ता ढूंढता है और इस तरह दूरी बढ़ जाती है और इसके साथ ही किराया भी बढ़ जाता है.

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ऐसे दोगुना हो जाता है किराया

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए ड्राइवरों ने ठगी के लिए मुंबई एयरपोर्ट से पनवेल के रूट को चुना था क्योंकि इस रूट में सबसे ज्यादा ब्रिज और फ्लाईओवर हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स कु मुताबिक, जांच के दौरान ठग ड्राइवरों ने पुलिस ने बताया कि ठगी का शिकार बने यात्रियों को निर्धारित किराये से दोगुना तक किराया चुकाना पड़ा. पनवेल जाने वाले यात्री को जहां 610 रुपये देने पड़ते थे, वहीं ठगी के दौरान उसे 1240 रुपये चुकाने पड़े.

शिकायत नहीं करने का खामियाजा

ऐसा नहीं है कि कैब का किराया इतना ज्यादा बढ़ने के बाद भी ग्राहक को ठगी का शक नहीं होता है. जरूर होता है, लेकिन कैब ड्राइवर को इस बारे में टोकने पर वे शातिर खिलाड़ी, कंपनी के कस्टमर केयर से बात करने की सलाह देते हुए लोगों को टाल दिया करते हैं. कई लोग तो इसकी शिकायत भी नहीं करते और ड्राइवर ठगी को अंजाम देते रहते हैं. वहीं, कुछ मामलों में ड्राइवरों पर जुर्माना भी लगाया गया जा चुका है, लेकिन इससे कुछ खास फर्क नहीं पड़नेवाला नहीं दिखता.

ऐप का ग्लिच दूर करेगी ओला

मुंबई पुलिस ने इस मामले में ओला के सीनियर अधिकारी को तलब कर पूछा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोकथाम के लिए कंपनी क्या कदम उठाने जा रही है. ओला के अधिकारी का कहना है कि हम इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और ऐप में मौजूद ग्लिच का पता लगाने की औस उसे दूर करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

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