30.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय का 47वां दीक्षांत समारोह संपन्न

सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के 47वें दीक्षांत समारोह में पहली बार परंपरा टूटती देखी गयी. इस दीक्षांत समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सह विश्वविद्यालय के कुलपति केसरी नाथ त्रिपाठी शामिल नहीं हुए. उनकी जगह पर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी शामिल हुए और दीक्षांत समारोह में पारंपरिक वेशभूषा में सभी नियमों को पूरा किया. श्री […]

सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के 47वें दीक्षांत समारोह में पहली बार परंपरा टूटती देखी गयी. इस दीक्षांत समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सह विश्वविद्यालय के कुलपति केसरी नाथ त्रिपाठी शामिल नहीं हुए. उनकी जगह पर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी शामिल हुए और दीक्षांत समारोह में पारंपरिक वेशभूषा में सभी नियमों को पूरा किया. श्री चटर्जी ने कहा भी की राज्यपाल किसी अपरिहार्य कारण से इस दीक्षांत समारोह में शिरकत नहीं कर सके हैं. इसके लिए उन्होंने खेद भी जताया है.

इस दीक्षांत समारोह में श्री चटर्जी के साथ उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के उपकुलपति समीर कुमार घोष, एटमिक एनर्जी कमीशन के चेयरमैन शेखर रंजन बसु, विश्वविद्यालय के कार्यकारी रजिस्ट्रार डॉ सपन कुमार रक्षित के अलावा सभी विभागों के अध्यक्ष, प्रोफेसर, अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही भारी तादाद में छात्र-छात्राएं शामिल हुए.

खाली पदों को दो महीने में भरने का एलान
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में सबसे अधिक रिक्त पद काफी दिनों से पड़े हैं. उन्होंने इन सभी रिक्त पदों को मात्र दो महीने में भरने का एलान किया. इसके लिए उन्होंने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल के समस्त विश्वविद्यालयों में सभी पार्टियों के ही कर्मचारी संगठन हैं. लेकिन उत्तर बंगाल विश्वविद्याल पूरे राज्य एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जहां अकेले तणमूल कांग्रेस के तीन अलग-अलग विंग है. श्री चटर्जी ने अपने ही पार्टी के कर्मचारी संगठनों को चेतावनी देते हुए कहा कि गुटबाजी कतयी बरदाश्त नहीं की जायेगी. सभी को एक बैनर के नीचे आकर सेवा कार्य करना होगा. अन्यथा पार्टी विरोधी काम करनेवालों को पार्टी ही छोड़नी पड़ेगी. चार विशिष्ठ व्यक्तित्व को डिलिट और डीएसी दीक्षांत समारोह के दौरान ही शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने चार विशिष्ठ व्यक्तित्व को अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ठ योगदान देने के लिए डीलिट और डीएसी की मानद उपाधी से नवाजा गया. ये चारों साहित्य और विज्ञान के क्षेत्रों से जुड़े हैं. इनमें साहित्यकार सशेंदु मुखर्जी व मशहुर फुटबॉलर सह भारतीय टीम के पूर्व कोच पीके बनर्जी को डीलिट और एटमिक एनर्जी कमीशन के चेयरमैन शेखर रंजन बसु व कलकत्ता विश्वविद्यालय में भौतिक विभाग के प्रोफेसर अमिताभ रॉय चौधरी को डीएसी की उपाधी दी गयी. इनके अलावा उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय और इसके अंतरगत पड़ने वाले विभिन्न कॉलेजों में विभिन्न विषयों में अव्वल रहनेवाले छात्र-छात्राओं को भी डिग्रियां दी गयीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें