आसनसोल : व्यवसायियों के बीच जुझारू संघर्ष के प्रतीक, सबके चहेते व मिलनसार, आसनसोल चेंबर आफ कॉमर्स के प्रवक्ता व न्यू जयपुर मार्बल हाउस के मालिक दिनेश तोदी का निधन रविवार को इलाज के दौरान द मिशन अस्पताल (दुर्गापुर) में हो गया. हार्ट अटैक होने के बाद शनिवार को उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था. उनके निधन से बराकर से लेकर दुर्गापुर तक के व्यवसायिक जगत में गहरा शोक है. चेंबर ने इसे असामयिक तथा अपूरणीय क्षति कहा है. सैकड़ों की संख्या में व्यवसायी द मिशन अस्पताल पहुंचे.
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक शनिवार को हार्ट अटैक होने के बाद उन्हें इलाज के लिए एचएलजी अस्पताल में भरती कराया गया. वहां से उन्हें देर रात दुर्गापुर के द मिशन अस्पताल में भरती कराया गया. इलाज के दौरान रविवार की दोपहर में उनका निधन हो गया. वे सात भाइयों में वे द्वितीय थे. अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र मनोज तोदी, मंटू तोदी व एक पुत्री छोड़ गये. वे मारवाड़ी मित्र परिषद के अध्यक्ष, आसनसोल चेंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष, फेडरेशन आफ साउथ बंगाल चेंबर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, आसनसोल क्लब आदि दर्जनों संगठनों व प्रतिष्ठानों में अपनी सेवा दे चुके है. उनके पिता सेठ जगन्नाथ तोदी परम्परागत रुप से खाद्यान्न का व्यवसाय करते थे.
इसके बाद उनके परिवार ने सरसो तेल मिल लगा कर तेल का व्यवसाय शुरू किया. सात भाइयों में दूसरे स्थान पर रहे दिनेश तोदी ने पारिवारिक व्यवसाय छोड़ कर मार्बल व्यवसाय करने का निर्णय लिया. दो दशक पूर्व वे आसनसोल आये. यहां उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया तथा उसे ऊंचाइयों पर पहुंचाया. आसनसोल में पेटिंग का पहला वातानुकूलित शो रूम उन्होंने ही खोला. उनका व्यवसाय झारखंड के सीमावर्त्ती जिलों के साथ-साथ दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में फैला हुआ था. आसनसोल चेंबर के अध्यक्ष रहते समय उन्होंने आसनसोल में व्ययवसायियों के हित में जुझारू आंदोलन किया था.
पहली बार शहर में व्यवसायी वर्ग ने अपनी ताकत दिखायी थी. आसनसोल में पहली बार आयोजित ट्रेड फेयर के वे चेयरमैन रहे थे. विभिन्न सामाजिक व वाणिज्यिक संगठनों में उनकी सक्रियता रही थी. व्यवसायी होने के बाद भी सच -सच कहने की हिम्मत उनमें थी. उन्होंने कभी भी नीतियों से समझौता नहीं किया था. राजनेताओं. प्रशासनिक पदाधिकारियों से व्यवसायियों के संबंध मजबूत करने में वे सेततु का कार्य करते थे. झारखंड के मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन जब कोयला मंत्री थे, तो उन्होंने अपने संपर्को पर उन्हें चेंबर में आमंत्रित किया था तथा छोटे व मंझोले व्यवसायियों को कोल इंडिया में प्राथमिकता दिलाने की कोशिश की थी.
उनके निधन का समाचार मिलते ही दर्जनों व्यवसायिक संगठनों के सैक ड़ों पदाधिकारी द मिशन अस्पताल पहुंचे. आसनसोल चेंबर अध्यक्ष सुब्रत दत्ता, सलाहकार पवन गुटगुटिया, सलाहकार आरएन यादव, कोषाध्यक्ष संतोष दत्ता आदि ने उनके निधन को निजी क्षति बताया. उन्होंने कहा कि वे चेंबर के एक स्तंभ थे. उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है. उनके अवदानों को व्यवसायी जगत हमेशा याद रखेगा.
राजनेताओं ने जताया शोक
शहर के विशिष्ट व्यवसायी दिनेश तोदी के निधन से राजनीति हलके में भी शोक का माहौल है. भाकपा के वर्दवान जिला सचिव व पूर्व सांसद आरसी सिंह ने कहा कि दिनेश तोदी के आकस्मिक निधन से उन्हें व्यक्तिगत तथा शहरवासियों को अपूरणीय क्षति हुई है.राज्य के कृषि मंत्री मलय घटक ने कहा कि स्व. तोदी हमेशा नागरिक व व्यवसायी समस्या को लेकर उनके पास आते थे. उनकी सलाह को हमेशा स्वीकार किया जाता था. आसनसोल नगर निगम के मेयर तापस बनर्जी ने कहा कि वे अक्सर व्यापारियों के साथ- साथ आम नागरिकों की सुविधा व परेशानियों को लेकर बातचीत करते थे. अब उनके सहयोग की कमी खलेगी.
आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन जीतेंद्र तिवारी ने कहा कि नगर निगम के विकास कार्यो के कई मोरचे पर उन्होंने सहयोग की है. उनके अवदान हमेशा याद रहेंगे. मेयर परिषद सदस्य रविउल इसलाम ने कहा कि शहर की सांस्कतिक गतिविधियों में उनकी अहम भूमिका थी. उनके निधन से यह स्थान रिक्त हुआ है. पार्षद गुलाम सरवर ने कहा कि उनके निधन से शहरवासियों को अपूरणीय क्षति हुई है. फेडरेशन आफ साउथ बंगाल चेंबर आफ कॉमर्स एंड इंडस्टी के कार्यकारी अध्यक्ष आरपी खेतान, आसनसोल नॉर्थ चेंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष मंदीप सिंह ने कहा कि व्यवसायिक संगठनों को लेकर उनके सुझाव हमेशा लिये जाते थे. उनके अभिभावक के तौर पर थे.