यह घटना बीस दिन पुरानी है. तीन नवंबर को सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 23 के डाबग्राम स्थित मातृ सदन के उस डॉक्टर की हरकत से सभी सन्न रह गये थे. उस दिन दोपहर को मध्य शांतिनगर निवासी पेशे से टोटो चालक अपनी पत्नी को दिखाने के लिये मातृ सदन आया था. महिला को पेट में पिछले कइ दिनों से दर्द की शिकायत थी.उस समय महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. टी के बागानी ड्यूटी पर थे. महिला डॉक्टर के चेंबर में पहुंची और उसका पति कमरे के बाहर ही खड़ा था. कुछ देर बाद महिला रोती-बिलखती बाहर आयी. पति द्वारा रोने का कारण पूछने पर महिला ने बताया कि डॉक्टर साहब ने जांच करने अश्लील हरकत की है. इतना सुनते ही वह व्यक्ति गुस्से में चिल्लाने लगा. पलक झपकते ही लोगों की भीड़ इक्ठ्ठी हो गयी. इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय एक क्लब के सदस्य भी मातृ सदन पहुंचे और मामले की जांच कराने की मांग रखी. मामला गरम देखकर आरोपी डॉक्टर टी.के. बागानी तुरंत मातृ सदन से निकल गये. मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देकर मातृ सदन अधीक्षक डा. संजीव मजुमदार ने माहौल को शांत कराया. जिला स्वास्थ विभाग के निर्देशानुसार मामले की जांच के लिये मातृ सदन अधीक्षक डॉ. संजीव मजुमदार के नेतृत्व में तीन सदस्यों की एक जांच कमेटी बनायी गयी. इस टीम ने बीते शनिवार को मातृ सदन के कर्मचारियों से पूछताछ भी की.
इधर, तीन नवंबर के बाद आरोपी डॉक्टर टी के बागानी दस दिन की छुट्टी लेकर मामला शांत होने की उम्मीद में घर में बैठ गये. बाद में मामले की जांच होने तक इन्हें घर पर ही आराम करने का निर्देश दिया गया. मातृ सदन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां तीन महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की आवश्यकता है. टी के बागानी के घर बैठाने के बाद डॉ. उदयन सरकार और डॉ. पी के साहा पर काम का बोझ बढ़ गया है. स्वास्थ विभाग ने महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनंदा राय को यहां नियुक्त करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सभी आवश्यक कागजात तैयार कर लिये गए हैं. उन्हें नियुक्ती पत्र भी भेज दिया गया है.
म??ातृ सदन अधीक्षक डा. संजीव राय ने बताया कि मामले की जांच जारी है. जांच प्रक्रिया पूरी होने तक डॉक टी के बागानी को घर पर आराम करने का निर्देश दिया गया है. इधर उनके स्थान पर महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनंदा राय को नियुक्त किया जा रहा है. अगले सप्ताह से वे मातृ सदन में उपस्थित रहेगीं.