जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा स्थित डायना टेंडूर जंगल में हाथी की मौत एक मक्खी के काटने से हुई थी. हाथी के पोस्टमार्टम के बाद इस आश्चर्यजनोक तथ्य का खुलासा हुआ है.
उस हाथी की मौत कुछ दिनों पहले हुई थी. रविवार को डुवार्स के पानझोड़ा जंगल में मृत हाथी का पोस्टमार्टम किया गया़ पशु चिकित्सक डॉ बारे के नेतृत्व में पोस्टमार्टम शुरू हुआ. डॉक्टरों का कहना है कि मृतक के हाथी की खाद्य नली में हजारों मक्खियों का लारवा पाया गया. इसे देखते ही पोस्टरमार्टम करनेवाले लोग चौंक गये. यह मक्खी अफ्रीकन प्रजाति की है.
डॉक्टरों का कहना है कि हजारों मक्खियों का लारवा हाथी के अंदर प्रवेश कर गया और उसके शरीर को खोखला कर दिया. वन विभाग ने लारवा का परीक्षण कराने का निर्णय लिया है. लारवा को जांच के लिए पश्चिम बंगाल प्राणी व मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय के जलपाईगुड़ी स्थित आंचलिक प्रयोगशाला भेज दिया है.
क्या कहते हैं वन अधिकारी
जलपाईगुड़ी वन विभाग के अधिकारी विद्युत सरकार ने बताया कि इस प्रकार की मक्खियां अफ्रीकी देशों में पायी जाती हैं. दक्षिण अफ्रीका, कांगो, मोजाम्बिक, घाना आदि देशों में इनकी संख्या काफी अधिक है. एशियाई देशों में श्रीलंका व म्यांमार में भी ऐसी मक्खियां पायी जाती हैं. डुवार्स के जंगलों में मक्खियों के लारवे की वजह से अब तक किसी भी हाथी या जंगली जानवर की मौत नहीं हुई थी. हाथी के इस मौत ने वन विभाग को भी चिंता में डाल दिया है.