दार्जिलिंग जिले के पहाड़ी क्षेत्र में बालिका परीक्षार्थियों की संख्या 4281 है, जबकि बालक परीक्षार्थी 4039 हैं. पहाड़ी क्षेत्र में कुल परीक्षार्थी 8320 एवं परीक्षा केंद्र 72 हैं. वहीं जिले के समतल क्षेत्र में कुल 14345 परीक्षार्थी हैं, जिसमें बालक परीक्षार्थी 6765 एवं बालिका परीक्षार्थी 7580 हैं. समतल क्षेत्र में 76 परीक्षा केंद्र हैं. पूरे दार्जिलिंग जिले की समग्र रूप से बात की जाये तो कुल 22,665 परीक्षार्थी हैं, जिसमें 10,804 बालक परीक्षार्थी एवं 11,861 बालिका परीक्षार्थी हैं. जिले में कुल 148 परीक्षा केंद्र हैं.
जलपाईगुड़ी जिले से कुल 23,971 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसमें बालिका परीक्षार्थियों की संख्या 13,240 है, जबकि 10,731 बालक परीक्षार्थी हैं. जिले में 130 परीक्षा केंद्र निर्धारित हैं. अलीपुरद्वार जिले में 8236 बालक परीक्षार्थी हैं, जबकि बालिका परीक्षार्थियों की संख्या 9900 है. जिले के कुल 18,136 परीक्षार्थियों के लिये 101 परीक्षा केंद्र निर्धारित किये गये हैं. कूचबिहार जिले में 14,759 बालक परीक्षार्थी हैं. वहीं बालिका परीक्षार्थियों की संख्या 16,535 है. जिले में 199 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जिसमें कुल 31,294 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे.
दक्षिण दिनाजपुर जिले के 110 परीक्षा केंद्रो पर 16,520 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. इनमें बालक परीक्षार्थियों की संख्या 8080 है, जबकि बालिका परीक्षार्थियों की संख्या 8440 है. उत्तर दिनाजपुर जिले से उच्च माध्यमिक की परीक्षा में 26,037 परीक्षार्थी शामिल हो रहें हैं. यहां 11,413 बालक परीक्षार्थी एवं 14,624 बालिका परीक्षार्थी है. उत्तर दिनाजपुर जिले में कुल 157 परीक्षा केंद्र हैं.
परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र के एक सौ मीटर के दायरे में 144 धारा लागू रहेगी. निर्देशानुसार परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र के आस-पास की सभी जेरोक्स दुकानें बंद रहेंगी. उच्च माध्यमिक की परीक्षा का समय सुबह दस बजे से दोपहर 1.15 बजे तक है. दोपहर दो बजे से शाम सवा पांच बजे तक ग्यारहवीं की परीक्षा होगी.
दार्जिंलिग जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव एवं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले से ही मुख्य सड़कों पर बड़ी गाड़ियों की आवाजाही अवरुद्ध कर दी जायेगी. परीक्षार्थियों को जाम में फंसने से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. ट्राफिक की समस्या के लिए पुलिस विभाग को विशेष निर्देश भी जिला शासक की ओर से दिये गये हैं. शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिये परीक्षा केंद्रो पकर पुलिस की कड़ी निगरानी रहेगी.