– घट रही है बाघों की संख्या
– बक्सा में फिलहाल 15 बाघ
– बाघ के मल और पैरों के निशान से बाघों की गिनती होगी
जलपाईगुड़ी : बाघों के अस्तित्व पर सवाल को सामने रखकर चालू महीने की आखिरी में अलीपुरद्वार बक्सा बाघ संरक्षण परियोजना में बाघ समीक्षा शुरू की जा रही है. तीन चरणों में बाघ समीक्षा का काम होगा.
2010 के समीक्षा रिपोर्ट के तहत बक्सा में 12 से 15 बाघ होने का दावा परियोजना प्रबंधन की ओर से किया गया है. 760 वर्ग किलोमीटर इलाका लेकर बक्सा बाघ परियोजना विस्तृत है. इस परियोजना का स्थापना 1983 में हुआ था. परियोजना के डिप्टी फिल्ड डिरेक्टर भाष्कर जेवी ने कहा कि बक्सा में 15 बाघ हैं. बाघिनीयों की संख्या बाघों की तुलना में ज्यादा हैं.
इसबार पहले समीक्षा में पैदल व हाथी के पीठ पर सवार होकर बाघों के पैरों के निशान प्लास्टर ऑफ पैरिस में उठाया जायेगा. दूसरे चरण में बाघ के मल के नमूने संग्रहित कर व तीसरे चरण में वीडीओ कैमरें बिठाकर बाघों की तस्वीर खींचकर समीक्षा की जायेगी. समीक्षा रिर्पोट तीन महीने बाद देहरादून के वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट से मिलेगा.