सिलीगुड़ी : गुरु नानक देव जी महराज की 545 वीं जयंती पर सेवक रोड स्थित गुरुद्वारा में रविवार को दिनभर आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
अमृतसर से आये रागी जत्था भाई जसविंदर सिंह और जालंधर से आये भाई सुखविंदर सिंह ने शबद-कीर्तन पेश किया. सिलीगुड़ी नगर निगम की मेयर गंगोत्री दत्ता और चेयरमैन अरिवंद मित्र ने गुरूद्वारा में मत्था टेका और लोगों के साथ बैठकर लंगर छका.
गुरूद्वारा के महासचिव अवतार सिंह बैंस ने बताया कि गुरू नानक विश्व में सौहार्द, विश्व बंधुत्व और सबका ईश्वर एक है, हम एक है, इस भावना को लेकर 35 हजार मिल पैदल चले थे. हमें भी ऊंच-नीच, धर्म -संप्रदाय, रंग-रूप से ऊपर उठकर व्यक्ति को देखना चाहिए और उसे अपना बनाना चाहिए. सभी हमारे अपने है.
गुरूनानक जयंती पर आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत ग्रुप ए में युगाड सिंह छावला का प्रथम स्थान तथा ग्रुप बी में पंच पियारे दा नाम प्रतियोगिता में सिमरनजीत सिंह अव्वल रही. दसन गुरू दा नाम प्रतियोगिता में गुरूमान सिंह प्रथम , साखी प्रतियोगिता में गगनदीप कौर, चित्रंकन प्रतियोगिता व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अविनाश कौर संयुक्त रूप से प्रथम स्थान अर्जित किया.
ग्रुप सी में व्याख्यान में गुरूप्रीत कौर, साखी प्रतियोगिता में गुरकीतरत कौर तथा चित्रंकन प्रतियोगिता में सिमरन कौर प्रथम रही. पंजाबी बिरादरी ऑफ नॉर्थ बंगाल की ओर से प्रेरणा स्कूल के निशक्त बच्चों को गुरूद्वारा लाया गया. बच्चों ने माथा टेका और साथ मिलकर लंगर छका. कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष जीएस होरा, आरएस होरा, हर चांद सिंह, गुरू चरण सिंह आदि ने अपना सहयोग दिया.